Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Panchak September 2024: सितंबर में पांच नहीं, बल्कि चार दिन का होगा पंचक, जरूर ध्यान रखें ये बातें

हिंदू धर्म में कोई भी शुभ या मांगिलक कार्य करने से पहले पंचांग देखा जाता है। इस दौरान पंचक की अवधि का भी ध्यान रखा जाता है क्योंकि इस दौरान मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है। जल्द ही सितंबर माह की शुरुआत होने जा रही है। तो चलिए पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं सितंबर माह में पंचक कब लगने जा रहा है।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Tue, 27 Aug 2024 05:52 PM (IST)
Hero Image
September 2024 Panchak: जानिए कब तक रहेगा सितंबर माह का पंचक?

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पंचक को अशुभ दिनों में गिना जाता है, इसलिए इन दिनों में कोई भी धार्मिक कार्य नहीं किया जाता। हर माह में पंचक लगते है। ऐसे में चलिए जानते हैं सितंबर के माह में पंचक (September 2024 Panchak) कब लगने वाले हैं और इस दौरान किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है, ताकि आपको इसके बुरे परिणाम प्राप्त न हो।

सितंबर में पंचक का समय

पंचांग के अनुसार, पंचक का आरंभ सोमवार, 16 सितंबर के प्रातः के 05 बजकर 45 मिनट पर हो रहा है। जो गुरुवार, 19 सितंबर सुबह को 08 बजकर 05 मिनिट तक रहने वाले हैं। ऐसे में 16 से 19 तक पंचक रहने वाले हैं।

अशुभ होती है ये अवधि

ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं के अनुसार, प्रत्येक 27 दिनों के बाद पंचक लगते हैं। चन्द्र ग्रह जब धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्व भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र में विचरण करता है, उस समय को पंचक कहा जाता है। चंद्रमा को इन नक्षत्रों में विचरण करने में लगभग 5 दिन का समय लगता है, इसलिए इस अवधि को पंचक के नाम से जाना जाता है। इस अवधि को किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य के लिए शुभ नहीं माना जाता।

यह भी पढ़ें - Chandra Gochar 2024: 28 अगस्त से 2 राशियों की बदलेगी किस्मत, आर्थिक तंगी से मिलेगी निजात

इन कामों से बनाएं दूरी

पंचक के दौरान विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, गृह निर्माण जैसे शुभ कार्य नहीं करने चाहिए, वरना इसका शुभ परिणाम प्राप्त नहीं होते। इसके साथ ही पंचक के दौरान पैसों के लेन-देन से जुड़े कार्य में भी सावधानी बरतनी चाहिए। लोक मान्यताओं के अनुसार, पंचक की अवधि में चारपाई बनवाने या छत ढलवाने आदि जैसे कार्य करने की भी मनाही होती है।

इसी के साथ पंचक के दौरान दक्षिण दिशा की तरफ यात्रा करना भी अशुभ माना जाता है। लेकिन अगर आप किसी कारणवश इस दिशा में यात्रा करे हैं, तो ऐसे में पहले कुछ कदम पीछे मुड़ें और इसके बाद दक्षिण दिशा में यात्रा शुरू करें।

यह भी पढ़ें - Somvati Amavasya 2024: सोमवती अमावस्या पर करें इन चीजों का दान, प्राप्त होगा पितरों का आशीर्वाद

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।