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Panna Gemstone: नौकरी और बिजनेस में तरक्की दिलाता है पन्ना रत्न, लेकिन ये लोग बिल्कुल भी न पहनें

Panna Gemstone आमतौर पर पन्ना रत्न को सौभाग्य का रत्न माना जाता है। इसलिए हर कोई बिना ज्योतिष से पूछे इस रत्न को धारण कर लेते हैं। जिसके कारण उसके कुंडली पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए इस रत्न को धारण करने से पहले कुंडली जरूर दिखाना चाहिए।

By Shivani SinghEdited By: Updated: Thu, 17 Mar 2022 02:23 PM (IST)
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Panna Stone: ये लोग ना पहनें पन्न रत्न

नई दिल्ली, Panna Gemstone: ज्योतिष शास्त्र में रत्नों का विशेष महत्व है। इन्हीं रत्नों में से एक है पन्ना रत्न। यह रत्न मुख्य रूप से 5 रंगों में मिलता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, पन्ना रत्न बुध ग्रह का रत्न है। बुध ग्रह मुख्य रूप से बिजनेस, नौकरी में वृद्धि के साथ दिमाग और वाणी को तेज करने में मदद करता है। इसलिए ज्योतिष कुंडली देखकर इस रत्न को पहनने की सलाह देते हैं। क्योंकि रत्न को बिना पूछे पहनने से जातक के जीवन पर बुरा असर भी पड़ता है। जानिए किन लोगों को पन्ना रत्न धारण करने से पहले ज्योतिष की सलाह लेनी चाहिए, साथ ही जानिए पन्ना रत्न धारण करने का सही तरीका।

ये लोग न पहनें पन्ना रत्न

  • अगर कुंडली में बुध ग्रह जन्मपत्रिका में तीसरे, छठे, आठवें और 12वें भाव में बैठा है कि पन्ना रत्न नहीं धारण करना चाहिए। इससे जीवन पर कई उतार-चढ़ाव आने लगते हैं।
  • अगर जन्म कुंडली में बुध की महादशा चल रही है तो पन्ना रत्न पहनने से पहले एक बार ज्योतिष से सलाह जरूर लें।
  • अगर जातक की कुंडली में बुध का बुरा प्रभाव पड़ रहा हो तो पन्ना रत्न न धारण करें। चाहिए।
  • स्वर्ण रंग या फिर दाग-धब्बे वाले पन्ना रत्न बिल्कुल नहीं धारण करना चाहिए। क्योंकि इससे सुख-समृद्धि पर बुरा असर पड़ता है।
  • अगर व्यक्ति का दिमाग पहले से ही तेज है तो एक बार पन्ना रत्न धारण करने से पहले सोचे जरूर।
  • बिजनेसमैन व्यक्ति को भी पन्ना नहीं धारण करना चाहिए। इससे उसे बिजनेस में नुकसान हो सकता है।

पन्ना रत्न धारण करने की विधि

पन्ना रत्न को केवल बुधवार के दिन या फिर आश्लेषा, ज्येष्ठा, रेवती आदि नक्षत्र में ही पहनना चाहिए।

पन्ना रत्न को सोने या फिर चांदी की अंगूठी में बनाकर सबसे छोटी उंगली में पहनना लाभकारी होगा। मंगलवार की रात तो शहद, मिश्री और दूध के घोल में अंगूठी डालकर रख दें और बुधवार की सुबह इसे निकाल गंगाजल से धो लें।। इसके बाद धूप दीप दिखाकर इस मंत्र 'ऊँ बुं बुधाय नम:' का जाप 108 बार करें और फिर धारण कर लें।

Pic Credit- Instagram/gemlabworld/egemsgalore

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'