Move to Jagran APP

Paush Amavasya 2024: पौष अमावस्या के दिन भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना जीवन में मिलेंगे अशुभ परिणाम

हिंदू धर्म में अमावस्या की तिथि का अहम महत्व है। हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के अगले दिन अमावस्या तिथि पड़ती है। इस बार साल 2024 की पहली अमावस्या आज है। धार्मिक मत है कि अमावस्या के दिन भगवान विष्णु सूर्य देव और महादेव की पूजा-व्रत करने का विधान है। साथ ही पिंडदान और पितरों का तर्पण करने से व्यक्ति के जीवन में खुशियों का आगमन होता है

By Jagran News Edited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 11 Jan 2024 09:39 AM (IST)
Hero Image
Paush Amavasya 2024: पौष अमावस्या के दिन भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना जीवन में मिलेंगे अशुभ परिणाम
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Paush Amavasya 2024: हिंदू धर्म में अमावस्या की तिथि का अहम महत्व है। हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के अगले दिन अमावस्या तिथि पड़ती है। इस बार साल 2024 की पहली अमावस्या आज है। धार्मिक मत है कि अमावस्या के अवसर पर भगवान विष्णु, सूर्य देव और महादेव की पूजा-व्रत करने का विधान है। साथ ही पिंडदान और पितरों का तर्पण करने से व्यक्ति के जीवन में खुशियों का आगमन होता है और पितृ देव प्रसन्न होते हैं। मान्यता के अनुसार, इस दिन कुछ कार्यों को करने की सख्त मनाही है, जिनको करने से साधक को जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है और भगवान विष्णु, सूर्य देव और महादेव रुष्ट हो जाते हैं। चलिए जानते हैं कि पौष अमावस्या के दिन कार्यों को करने से बचना चाहिए।

पौष अमावस्या के दिन न करें ये कार्य

  • पौष अमावस्या की रात को अकेले बाहर नहीं जाना चाहिए। मान्यता के अनुसार, अमावस्या की सबसे काली रात्रि मानी जाती है।
  • अगर इस दिन रात को बाहर जाना बहुत आवश्यक है, तो चंद्र गायत्री मंत्र का जाप करके घर से बाहर निकलें। साथ ही भगवान का स्मरण करते रहें।
यह भी पढ़ें: Paush Amavasya 2024: पितरों को जल देते समय करें इन मंत्रों का जाप और स्तोत्र का पाठ, पितृ दोष से मिलेगी निजात

  • इस दिन तामसिक भोजन (मांस, मछली, अंडा लहसुन और प्याज) का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • पौष अमावस्या के दिन किसी का अपमान न करें।
  • इस दिन सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए। देर तक सोने से व्यक्ति को अशुभ फल की प्राप्ति होती है।
  • किसी भी तरह के लड़ाई-झगड़े से बचना चाहिए।
  • पौष अमावस्या के दिन भूलकर भी तुलसी दल को न तोड़ें। अमावस्या के दिन भगवान के भोग के लिए एक दिन पहले ही तुलसी दल को तोड़ कर रख लें।
  • इस दिन कोई भी मांगलिक कार्य न करें।
पौष अमावस्या का महत्व

पौष अमावस्या के अवसर पर पितृ तर्पण किया जाता है। ऐसा करने से पितृ देव प्रसन्न होते हैं। जो लोग कालसर्प दोष का सामना कर रहे हैं वह अमावस्या के दिन विधिपूर्वक पूजा करके कालसर्प दोष से छुटकारा पा सकते हैं। मान्यता है कि इस दिन स्नान, दान, पूजा करने से व्यक्ति की मनचाही मनोकामना पूरी होती है।

यह भी पढ़ें: Paush Amavasya 2024: पौष अमावस्या पर जरूर करें इस चालीसा का पाठ, हर समस्या का होगा समाधान

Author- Kaushik Sharma

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।