Pausha Putrada Ekadashi 2024: पौष पुत्रदा एकादशी पर 'ब्रह्म' योग का हो रहा है निर्माण, प्राप्त होगा अक्षय फल
Pausha Putrada Ekadashi 2024 इस वर्ष पौष पुत्रदा एकादशी 21 जनवरी को है। इस दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु संग धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत उपवास रखा जाता है। एकादशी व्रत करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। ज्योतिषियों की मानें तो पौष पुत्रदा एकादशी पर दुर्लभ ब्रह्म योग समेत कई शुभ संयोग बन रहे हैं।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Sun, 07 Jan 2024 05:42 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Pausha Putrada Ekadashi 2024: पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पौष पुत्रदा एकादशी कहा जाता है। इस वर्ष पौष पुत्रदा एकादशी 21 जनवरी को है। इस दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु संग धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत उपवास रखा जाता है। एकादशी व्रत करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। ज्योतिषियों की मानें तो पौष पुत्रदा एकादशी पर दुर्लभ ब्रह्म योग समेत कई शुभ संयोग बन रहे हैं। इन योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होगी। आइए, शुभ मुहूर्त एवं शुभ योग जानते हैं-
शुभ मुहूर्त
पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 20 जनवरी को संध्याकाल 07 बजकर 26 मिनट से शुरू होगी और 21 जनवरी को शाम में 07 बजकर 26 मिनट पर समाप्त होगी। साधक 21 जनवरी को पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत रख सकते हैं। वहीं, 22 जनवरी को सुबह 07 बजकर 14 मिनट से लेकर 09 बजकर 21 मिनट के मध्य पारण कर सकते हैं।शुभ योग
ज्योतिषियों की मानें तो पौष पुत्रदा एकादशी पर दुर्लभ ब्रह्म योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण शुक्ल योग के बाद हो रहा है। शुक्ल योग का निर्माण सुबह 09 बजकर 47 मिनट तक हो रहा है। इसके पश्चात, ब्रह्म योग का संयोग बनेगा। इस योग का निर्माण पौष पुत्रदा एकादशी व्रत के पारण करने तक हो रह है। इसके अलावा, देर रात द्विपुष्कर योग का भी निर्माण होगा। इन योग में जगत के पालनहार भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी।