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Pitra Dosh Upay: पितृ दोष से बचने के लिए पहनें ये रत्न, कई परेशानियों से मिलेगी राहत

Pitra Dosh Remedy मान्यताओं के अनुसार व्यक्ति पर पितरों का आशीर्वाद बना रहे तो जीवन के सभी कष्टों का निवारण हो जाता है। वहीं पितृ नाराज हो जाएं तो जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में रत्न शास्त्र में कुछ ऐसे रत्नों का जिक्र किया गया है जिससे आपको पितृ दोष से मुक्ति मिल सकती है।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Fri, 29 Dec 2023 04:47 PM (IST)
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Ratna Astrology पितृ दोष से बचने के लिए पहने ये रत्न।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Gems for Pitra Dosh: ज्योतिष शास्त्र में अलग-अलग समस्याओं के लिए अलग-अलग प्रकार के रत्न बताए गए हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में अशुभ ग्रहों के प्रभाव से व्यक्ति को पितृ दोष का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में पितृ दोष से बचने के लिए कुछ खास रत्न भी सुझाए गए हैं। आइए जानते हैं उन रत्नों के विषय में।

हो सकते हैं ये नुकसान

यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष लग जाए, तो व्यक्ति को सेहत संबंधी समस्याएं बनी रहती हैं। साथ ही संतान की सेहत भी खराब बनी रहती है। जीवन के हर क्षेत्र में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। शादी-विवाह में अड़चन आने लगती हैं।

करें ये रत्न धारण

ज्योतिष शास्त्र में पितृ दोष से बचने के लिए माणिक रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। ऐसा करने से आपको पितृ दोष के बुरे प्रभावों से मुक्ति मिल सकती है और सकारात्मक लाभ होता है।

इस रत्न से मिलेगा लाभ

वहीं, अगर आप पीला पुखराज धारण करते हैं, तो इसके प्रभाव से कुंडली में पितृ दोष से काफी हद तक राहत मिल सकती है। पीला पुखराज गुरु बृहस्पति का रत्न माना गया है, इसलिए इसे धारण करने से बृहस्पति की स्थिति मजबूत होती है। लेकिन ध्यान रहे कि पीला पुखराज हर व्यक्ति धारण नहीं कर सकता, इसलिए इसे ज्योतिष की सलाह पर ही पहनना चाहिए।

बुरे प्रभावों से मिलेगी मुक्ति

माणिक्य को अंग्रेजी में रूबी (Ruby Stone) भी कहते हैं। रूबी रत्न का संबंध सूर्य से माना जाता है। ऐसे में इस रत्न को धारण करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है। साथ ही यह रत्न पितृ दोष के बुरे प्रभावों से भी मुक्ति दिला सकता है। लेकिन ध्यान रहे कि इसे रविवार के दिन सोने या तांबे की अंगूठी में जड़वाकर ही धारण करना चाहिए। रूबी को अनामिका उंगली में धारण करना उत्तम माना जाता है।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'