Pitru Paksha: हर काम में आ रही है रुकावट, तो हो सकता है पितृदोष, जानिए लक्षण और मुक्ति के उपाय
Pitru Dosh cause symptoms and Upay in hindi कुंडली में पितृदोष होन पर व्यक्ति को जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई बार बनते-बनते काम भी बिगड़ जाते हैं। जानिए पितृदोष के लक्षण कारण और कैसे पाएं इससे मुक्ति।
By Shivani SinghEdited By: Updated: Sat, 10 Sep 2022 07:23 AM (IST)
नई दिल्ली, Pitru Dosh: भाद्रपद पूर्णिमा के साथ पितृपक्ष शुरू हो चुके है। इस साल पितृपक्ष पूरे 16 दिनों के पड़ रहे हैं जो आश्विन मास की अमावस्या तिथि के साथ समाप्त होंगे। इन दिनों में पितरों का तर्पण और श्राद्ध किया जाता है। माना जाता है कि पितृपक्ष के दौरान पितर पृथ्वी पर आ जाते हैं, जिससे उनका श्राद्ध कर्म करके मोक्ष की प्राप्ति कर सके।
माना जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में पितृ दोष चल रहा है वह भी इस अवधि में कुछ उपाय करके इस समस्या से मुक्ति पा सकते हैं। आइए जानते हैं क्या है पितृ दोष, साथ ही जानिए इसके लक्षण, वजह और उपाय।
क्या है पितृ दोष?
अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद अंतिम संस्कार विधि विधान से न किया जाए या फिर उस व्यक्ति की अकाल मृत्यु हो जाए तो उस व्यक्ति से जुड़े परिवार को पितृ दोष का सामना करना पड़ता है। यह एक पीढ़ी ही नहीं बल्कि पीढ़ियों दर पीढ़ियों चलता रहता है।पितृदोष के लक्षण
संतान सुख न मिलनाअगर किसी दंपति को ढेरों उपाय करने के बाद भी संतान सुख से वंचित होना पड़ रहा है। या फिर उत्पन्न हुए संतान मंदबुद्धु, विकलांग आदि होती है या फिर बच्चे के पैदा होते ही मृत्यु हो जाना।
हानि होनाबिजनेस से लेकर नौकरी में किसी न किसी तरह से हानि होना भी पितृदोष के कारण हो सकती है।परिवार में कलहघर में रह रहे लोगों के बीच किसी न किसी बात पर वाद-विवाद होता रहता है, तो यह पितृदोष का कारण हो सकता है।कोई न कोई बीमार रहना घर में मौजूद सदस्यों में से किसी न किसी का बीमार रहना।
विवाह न होना विवाह में किसी न किसी तरह की अड़चन आना या फिर विवाह हो जाने के बाद तलाक तक बात पहुंच जाना।दुर्घटना का सामना पितृदोष होने पर व्यक्ति को दुर्घटनाओं का सामना भी करना पड़ता है।
पितृदोष होने की वजह
- पितरों का अपमान करना
- किसी सांप को मार देना। इससे सर्प के साथ पितृदोष लगता है
- पितरों का विधिवत अंतिम संस्कार न करना
- पितरों का श्राद्ध न करना
- पीपल, नीम या फिर बरगद के पेड़ को कटवाना