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Pitru Paksha 2023: पितृ पक्ष के दौरान घर लाएं ये चीजें, पूर्वजों से मिलेगा सुख-समृद्धि का आशीर्वाद

Pitru Paksha ke Niyam पितृ पक्ष की शुरुआत भाद्रपद माह की पूर्णिमा यानी 29 सितंबर 2023 से हो रही है। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान हमारे पितर हमसे मिलने और हमें आशीर्वाद देने के लिए मृत्युलोक पर आते हैं। साथ ही यह भी माना गया है कि इस दौरान कुछ चीजों को खरीदकर घर लाने से व्यक्ति को पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Thu, 28 Sep 2023 01:59 PM (IST)
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Pitru Paksha 2023 पितृ पक्ष के दौरान घर लाएं ये चीजें।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Shradh 2023 Date: पितृपक्ष के दौरान पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध कर्म, तर्पण और पिंडदान आदि किए जाते हैं। ऐसा करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और व्यक्ति को उनका आशीर्वाद मिलता है। 29 सितंबर से पितृ पक्ष की शुरुआत हो रही है। पितृ पक्ष दौरान कई चीजों को खरीदने की मनाही है। लेकिन साथ ही कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में बताया गया है जिन्हें पितृ पक्ष के दौरान घर में लाने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।  

काले तिल

पितृ पक्ष के दौरान काले तिल का विशेष महत्व है। इसका उपयोग श्राद्ध कर्म आदि में भी किया जाता है। ऐसे में पितृ पक्ष के दौरान घर में काले तिल लाना बेहद ही शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि पितृ पक्ष के दौरान काले तिल घर लाने से पितरों की नाराजगी दूर होती है।

दान के लिए खरीदें नए वस्त्र

वैसे तो पितृ पक्ष के दौरान नए कपड़े खरीदना वर्जित माना गया है। लेकिन पितृ पक्ष के दौरान नए वस्त्रों का दान करना शुभ माना जाता है। ऐसे में आप नए वस्त्रों का दान करने के लिए वस्त्र खरीद सकते हैं। इससे भी पितृ प्रसन्न होते हैं।

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प्रसन्न होंगी मां अन्नपूर्णा

पितृ पक्ष के दौरान घर में जौ खरीदकर लाना भी बहुत शुभ माना जाता है। इससे पितरों का आशीर्वाद तो मिलता ही है, साथ ही मां अन्नपूर्णा भी प्रसन्न होती हैं। पितृ पक्ष के दौरान जौ खरीद कर लाने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी साधक पर बना रहता है, जिससे धन-धान्य की प्राप्ति होती है।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'