Pitru Paksha 2024: पितृ पक्ष के दौरान इस मंदिर के जरूर करें दर्शन, मिलेगी पितरों को मुक्ति
सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। यह 16 दिनों तक मनाया जाता है और लोग इस दौरान अपने पितरों की पूजा करते हैं। इन दिनों (Pitru Paksha 2024) पितृ पूजा पितृ तर्पण और पिंड दान करना बहुत फलदायी माना जाता है। ऐसा कहा जाता है इससे पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। साथ ही जीवन में शुभता का दोबारा से आगमन होता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। पितृ पक्ष को हिंदू धर्म में बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे श्राद्ध पक्ष के नाम से भी जाना जाता है। इस दौरान लोग अपने पूर्वजों की पूजा और पिंडदान करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस अवधि के दौरान पितृ देव धरती पर आते हैं और सभी के कष्टों को सदैव के लिए दूर करते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल पितृ पक्ष (Pitru Paksha 2024) की शुरुआत 17 सितंबर, 2024 से हो रही हैं।
वहीं, इसका समापन 02 अक्टूबर को होगा, जब पितृ पक्ष को कुछ ही दिन शेष रह गए हैं, तो आइए आज एक ऐसे मंदिर के बारे में जानते हैं, जिसका दर्शन करने से पितृ दोष समाप्त होता है।
दक्षेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन मात्र से दूर होता है पितृ दोष
दक्षेश्वर महादेव मंदिर (Daksheshwar Mahadev Mandir) भगवान शिव के प्रमुख धाम में से एक माना जाता है। यह मंदिर पूर्ण रूप से भगवान शंकर की पूजा के लिए समर्पित है। यह हरिद्वार के कनखल में स्थित है। इस पवित्र स्थल का नाम माता सती के पिता राजा दक्ष के नाम पर रखा गया है। इस शिव धाम में देवों के देव महादेव के साथ दक्ष प्रजापति की भी पूजा होती है। बता दें, इस मंदिर का निर्माण 1810 में रानी धनकौर द्वारा करवाया गया है।
ऐसी मान्यता है कि इस धाम में पूजा-पाठ और दर्शन करने से भक्तों के सभी दुख दूर होते हैं। साथ ही कुंडली से पितृ दोष का प्रभाव धीरे-धीरे समाप्त हो जाता है।
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