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Pradosh Vrat 2023: प्रदोष व्रत में क्या करें और क्या न करें ? यहां जानें

प्रत्येक महीने में दो बार प्रदोष व्रत की तिथि पड़ती है। प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने का विधान है। मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत है। इस बार प्रदोष व्रत 24 दिसंबर को है। इस दिन प्रदोष काल में विधिपूर्वक पूजा अर्चना की जाती है। धार्मिक मत है कि प्रदोष व्रत में कुछ कार्यों को करने की मनाही होती है।

By Jagran News Edited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 21 Dec 2023 05:56 PM (IST)
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Pradosh Vrat 2023: प्रदोष व्रत में क्या करें और क्या न करें ? यहां जानें

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Pradosh Vrat: प्रत्येक महीने में दो बार प्रदोष व्रत की तिथि पड़ती है। प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने का विधान है। मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत है। इस बार प्रदोष व्रत 24 दिसंबर को है। यह प्रदोष व्रत रविवार के दिन पड़ रहा है। इसलिए इसे रवि प्रदोष व्रत कहा जाएगा। मान्यता के अनुसार, प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है और साधक पर सदैव भोलेनाथ का आशीर्वाद बना रहता है। इस दिन प्रदोष काल में विधिपूर्वक पूजा अर्चना की जाती है। धार्मिक मत है कि प्रदोष व्रत में कुछ कार्यों को करने की मनाही होती है, जिनको करने से साधक को पूजा का शुभ फल प्राप्त नहीं होता है, तो चलिए जानते हैं प्रदोष व्रत के दिन क्या करें और क्या न करें।

प्रदोष व्रत में क्या करें

इस दिन सुबह स्नान करने के बाद साफ वस्त्र धारण करें।

भगवान भोलेनाथ से प्रार्थना कर व्रत का संकल्प लें।

इसके अलावा विधिपूर्वक पूजा-अर्चना और व्रत करना चाहिए।

पूजा के समय भगवान शिव के मंत्रों का जाप करना चाहिए।

गरीब लोगों को दान करना चाहिए।

इसके अलावा भजन-कीर्तन करना चाहिए ।

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प्रदोष व्रत में क्या न करें

इस दिन तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।

प्रदोष व्रत के दिन किसी का अपमान नहीं करना।

इस दिन व्रती को काले रंग के वस्त्र धारण नहीं करने चाहिए।

प्रदोष व्रत में किसी क्रोध न करें।

प्रदोष व्रत रखने के लाभ

उम्र लंबी होती है और स्वास्थ्य बढ़िया रहता है।

घर में सुख-शांति का आगमन होता है।

भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

तनाव से छुटकारा मिलता है।

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Author- Kaushik Sharma

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

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