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Pradosh Vrat इन चीजों के सेवन से हो सकता है खंडित, जानें क्या खाएं और क्या नहीं?

सनातन धर्म में भगवान शिव को सबसे उच्च स्थान प्राप्त है। प्रभु को कई खास पर्व समर्पित है। इनमें प्रदोष व्रत भी शामिल है। यह व्रत हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन पूजा-अर्चना और भोग (Bhagwan shiv Ke Bhog) अर्पित करने से जातक को आरोग्य जीवन का वरदान प्राप्त होता है।

By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Tue, 15 Oct 2024 10:39 AM (IST)
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Lord Shiv: महादेव को समर्पित है प्रदोष व्रत

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। पंचांग के अनुसार, आश्विन माह का अंतिम प्रदोष व्रत आज यानी 15 अक्टूबर (Pradosh Vrat 2024 Date) को किया जा रहा है। इस दिन मंगलवार होने की वजह से यह भौम प्रदोष व्रत कहलाएगा। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की उपासना करने से विवाह में आ रही बाधा से छुटकारा मिलता है। साथ ही मनचाहा वर मिलता है। सनातन शास्त्रों में इस पर्व की महिमा का विशेष वर्णन किया गया है। इस शुभ अवसर पर जातक महादेव को प्रसन्न और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं। अगर आप भी महादेव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो प्रदोष व्रत की पूजा शुभ मुहूर्त में करें और पूजा थाली में महादेव के प्रिय भोग शामिल करें। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव और मां पार्वती को विशेष चीजों का भोग लगाने से सुख- समृद्धि में वृद्धि होती है। व्रत के दौरान कुछ विशेष चीजों का सेवन करना उत्तम माना जाता है। चलिए इस लेख में हम आपको बताएंगे कि प्रदोष व्रत के दिन किन चीजों का सेवन करना चाहिए और साथ ही जानेंगे कि किन चीजों को खाने से दूर रहना चाहिए?

प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त (Pradosh Vrat 2024 Shubh Muhurat)

पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 15 अक्टूबर को देर रात 03 बजकर 42 मिनट पर शुरू हो चुकी है। वहीं, इसका समापन 16 अक्टूबर को देर रात 12 बजकर 19 मिनट पर होगी। ऐसे में आज यानी 15 अक्टूबर को आश्विन माह का अंतिम प्रदोष व्रत किया जा रहा है। इस दिन भगवान शिव एवं मां पार्वती की पूजा के लिए शुभ समय संध्याकाल 05 बजकर 38 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 13 मिनट तक है। इस समय में साधक भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं।

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प्रदोष व्रत में क्या खाएं?

त्रयोदशी तिथि के दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान शिव और मां पार्वती की विधिपूर्वक पूजा करें और महादेव का ध्यान कर व्रत का संकल्प लें। प्रदोष व्रत के दौरान खानपान (Pradosh Vrat me kya kya khaye) के नियम का पालन करना चाहिए। व्रत के दौरान संतरा, केला, सेब समेत आदि चीजों का सेवन कर सकते हैं।

साथ ही दूध, दही, सिंघाड़े का हलवा, साबूदाना की खिचड़ी, कुट्टू के आटे की पूड़ी भी व्रत थाली में शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा नारियल पानी और समा चावल की खीर भी खा सकते हैं।

प्रदोष व्रत में क्या न खाएं?

प्रदोष व्रत के दिन लहसुन और प्याज (Pradosh Vrat me kya nahi khaye) का सेवन करने की सख्त मनाही है। इस दिन मांस मदिरा का सेवन भी नहीं करना चाहिए। इसके अलावा व्रत के दौरान गेहूं, चावल का सेवन करने से करना बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इन चीजों का सेवन करने से व्रत खंडित हो सकता है और जातक को महादेव की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।