Pradosh Vrat 2024 Upay: प्रदोष व्रत के दिन करें ये चमत्कारी उपाय, रिश्तों में आएगी मधुरता
चैत्र माह में प्रदोष व्रत 06 अप्रैल को है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। ज्योतिष शास्त्र में प्रदोष व्रत को लेकर कुछ चमत्कारी उपाय बताए गए हैं जिससे कई मुश्किलों से छुटकारा पाया जा सकता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Pradosh Vrat 2024 Upay: सनातन धर्म में प्रदोष व्रत को बेहद शुभ माना गया है। यह व्रत हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है। इस बार चैत्र माह में प्रदोष व्रत 06 अप्रैल को है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। ज्योतिष शास्त्र में प्रदोष व्रत को लेकर कुछ चमत्कारी उपाय बताए गए हैं, जिससे कई मुश्किलों से छुटकारा पाया जा सकता है। आइए जानते हैं प्रदोष व्रत के दिन किए जाने वाले उपायों के बारे में।
यह भी पढ़ें: Papmochani Ekadashi 2024: पापमोचनी एकादशी पर करें विष्णु चालीसा का पाठ, जीवन की समस्याओं का होगा अंत
प्रदोष व्रत उपाय (Pradosh Vrat Upay)
- अगर आप जीवन में लंबे समय से आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, तो ऐसे में प्रदोष व्रत के दिन पूजा के वक्त 'ॐ ऐं भ्रीम हनुमते, श्री राम दूताय नमः' मंत्र का जाप करें। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान शिव जी के साथ भगवान हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलती है।
- प्रदोष व्रत के दिन सुबह मंदिर जाकर भगवान शिव की पूजा करें और शिवलिंग पर जल अर्पित करें। इसके बाद इसमें से थोड़ा सा जल अपने घर पर ले आएं और उसे संभालकर मंदिर में रख दें। अपने प्रदोष व्रत का पारण करने के लिए इसी जल को ग्रहण करें।
- अगर आप अच्छा दांपत्य जीवन चाहते हैं, तो प्रदोष व्रत के दिन पूजा के दौरान शिवलिंग पर भांग, मदार, बेलपत्र और पुष्प अर्पित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से पति-पत्नी के बीच मनमुटाव दूर होगा। साथ ही रिश्ते में मधुरता आएगी।
प्रदोष व्रत 2024 शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, चैत्र कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 06 अप्रैल को सुबह 10 बजकर 19 मिनट से शुरू होगी और इसके अगले दिन यानी 07 अप्रैल को सुबह 06 बजकर 53 मिनट पर तिथि का समापन होगा। ऐसे में 06 अप्रैल को ही प्रदोष व्रत किया जाएगा। क्योंकि प्रदोष व्रत के दिन संध्याकाल में भगवान शिव की पूजा करने का विधान है।
यह भी पढ़ें: Shani Pradosh Vrat 2024: शनि प्रदोष व्रत पर बन रहा है दुर्लभ शुक्ल योग, प्राप्त होगा कई गुना फल
डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/जयोतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेंगी।