Pradosh Vrat 2024: प्रदोष व्रत के दिन क्या करें और क्या न करें? यहां जानें
प्रदोष व्रत के दिन मंगलवार होने की वजह से इसे भौम प्रदोष व्रत भी कहा जाएगा। मान्यता के अनुसार प्रदोष व्रत में महादेव की पूजा करने से व्यक्ति को जीवन में सुख-शांति प्राप्त होती है और भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है। धार्मिक मत है कि प्रदोष व्रत के दिन कुछ कार्यों को करने की मनाही है जिनको करने से भगवान शिव रुष्ट हो जाते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Pradosh Vrat 2024: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। देवों के देव महादेव की पूजा के लिए प्रदोष व्रत समर्पित है। हर महीने में प्रदोष व्रत 2 बार आता है। इस बार साल 2024 का पहला प्रदोष व्रत पौष माह में 9 जनवरी दिन मंगलवार को रखा जाएगा। प्रदोष व्रत के दिन मंगलवार होने की वजह से इसे भौम प्रदोष व्रत भी कहा जाएगा। मान्यता के अनुसार, प्रदोष व्रत में महादेव की पूजा करने से व्यक्ति को जीवन में सुख-शांति प्राप्त होती है और भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है। धार्मिक मत है कि प्रदोष व्रत के दिन कुछ कार्यों को करने की मनाही है, जिनको करने से भगवान शिव रुष्ट हो जाते हैं। साथ ही जीवन में तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है, तो चलिए आपको बताते हैं कि प्रदोष व्रत के दिन क्या करें और क्या न करें।
प्रदोष व्रत के दिन क्या करें
- प्रदोष व्रत के दिन सुबह उठकर स्नान कर भगवान शिव की पूजा करें।
- पूजा के दौरान शिवलिंग पर श्वेत चंदन फूल, भांग, बेलपत्र अर्पित करें।
- भगवान शिव के साथ मां गौरी की पूजा-अर्चना करना भी फायदेमंद साबित होता है।
- आरती और शिव चालीसा का पाठ करें।
- पूजा के दौरान भगवान शिव के मंत्रों का जाप करें ।
- पूजा के बाद भक्त सात्विक भोजन से अपना व्रत खोलें।
- इस दिन गर्म कपड़ों और धन का श्रद्धा अनुसार गरीबों को दान करें।
- इसके अलावा भजन-कीर्तन करें।
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प्रदोष व्रत के दिन क्या न करें
- प्रदोष व्रत के दिन किसी का अपमान नहीं करें ।
- इस दिन तामसिक भोजन का सेवन नहीं करें ।
- प्रदोष व्रत के दौरान मन को शुद्ध रखें और किसी के प्रति गलत नहीं सोचें।
- इस दिन व्रती को काले रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए।
- शिवलिंग पर तुलसी दल, नारियल का जल और कुमकुम अर्पित नहीं करें।
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Author- Kaushik Sharmaडिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'Pic Credit-Freepik