Move to Jagran APP

Raam Ji Mantra: मंगलवार के दिन पूजा के समय करें इस चमत्कारी स्तोत्र का पाठ, सभी संकटों से मिलेगी निजात

ज्योतिष भी कुंडली में मंगल ग्रह मजबूत करने हेतु मंगलवार का व्रत करने की सलाह देते हैं। कुंडली में मंगल ग्रह मजबूत होने से जातक को करियर और कारोबार में मन मुताबिक सफलता मिलती है। अतः साधक श्रद्धा भाव से मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करते हैं। अगर आप भी हनुमान जी की कृपा पाना चाहते हैं तो मंगलवार को इन मंत्रों का जाप अवश्य करें।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Mon, 18 Dec 2023 07:43 PM (IST)
Hero Image
Raam Ji Mantra: मंगलवार के दिन पूजा के समय करें इस चमत्कारी स्तोत्र का पाठ, सभी संकटों से मिलेगी निजात
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Raam Ji Mantra: सनातन धर्म में मंगलवार के दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त मंगलवार का व्रत रखा जाता है। ज्योतिष भी कुंडली में मंगल ग्रह मजबूत करने हेतु मंगलवार का व्रत करने की सलाह देते हैं। कुंडली में मंगल ग्रह मजबूत होने से जातक को करियर और कारोबार में मन मुताबिक सफलता मिलती है। अतः साधक श्रद्धा भाव से मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करते हैं। अगर आप भी हनुमान जी की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो मंगलवार को पूजा के समय इन मंत्रों का जाप अवश्य करें। साथ ही राम नाम महिमा स्तोत्र का पाठ करें।

यह भी पढ़ें: साल 2024 में कब-कब लगेंगे ग्रहण? यहां नोट करें तारीख और सूतक का समय

राम गायत्री मंत्र

ॐ दाशरथये विद्महे जानकी वल्लभाय धी महि तन्नो रामः प्रचोदयात् ॥

ध्यान मंत्र

ॐ आपदामप हर्तारम दातारं सर्व सम्पदाम,

लोकाभिरामं श्री रामं भूयो भूयो नामाम्यहम।

श्री रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे,

रघुनाथाय नाथाय सीताया पतये नमः।

तारक मंत्र

श्री राम, जय राम, जय जय राम !!

‘श्री राम जय राम जय जय राम’।

॥ राम राम राम राम नाम तारकम्राम

कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम् ॥

जानकी मनोहरम सर्वलोक नायकम् जानकी मनोहरम सर्वलोक नायकम् ॥

शङ्करादि सेव्यमान पुण्यनाम कीर्तनम् शङ्करादि सेव्यमान पुण्यनाम कीर्तनम् ॥

राम राम राम राम नाम तारकम्राम कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम् ॥

वीरशूर वन्दितं रावणादि नाशकम् वीरशूर वन्दितं रावणादि नाशकम् ॥

आञ्जनेय जीवनाम राजमन्त्र रुपकम् आञ्जनेय जीवनाम राजमन्त्र रुपकम् ॥

राम राम राम राम नाम तारकम्राम कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम् ॥

राम नाम महिमा

राम एव परंब्रह्म राम एव परं तपः राम एव परं तत्त्वं श्रीरामो ब्रह्मतारकम् ।

रामेति वर्णद्वयमादरेण सदा स्मरन् मुक्तिमुपैती जन्तुः ॥

कलौ युगे कल्मषमानसानां अन्यत्र धर्मे खलु नाधिकारः ।

निखिलनिलयमन्त्रः नित्यतत्त्वाख्यमन्त्रो ॥

भवकुलहरमन्त्रो भूमिजा प्राणमन्त्रः पवनज नुतमन्त्रः पार्वती मोक्षमन्त्रः ।

पशुपति निजमन्त्रः पातु मां राममन्त्रः॥

प्रणवनिलयमन्त्रः प्राणनिर्याणमन्त्रः प्रकृतिपुरुषमन्त्रो ब्रह्मरुद्रेन्द्रमन्त्रः।

प्रकटदुरितरागद्वेषनिर्नाशमन्त्रो रघुपतिनिजमन्त्रो रामरामेति मन्त्रः ॥

दशरथसुतमन्त्रो दैत्यसंहारमत्रः विबुधविनुतमन्त्रो विश्वविख्यातमन्त्रः।

मुनिगणनुतमन्त्रो मुक्तिमार्गैकमन्त्रः रघुपतिनिजमन्त्रो रामरामेति मन्त्रः ॥

संसारसागरभयापहविश्वमन्त्रं साक्षान्मुमुक्षुजनसेवितसिद्धमन्त्रम्।

सारंगहस्तमुखहस्तनिवासमन्त्रं कैवल्यमन्त्रमनिशं भजराममन्त्रम्॥

जयतु जयतु मन्त्रो जन्मसाफल्यमन्त्रः जननमरणक्लेशविच्छेदमन्त्रः।

सकलनिगममन्त्रः सर्वशास्त्रैकमन्त्रो रघुपतिनिजमन्त्रो रामरामेति मन्त्रः ॥

कल्याणानां निदानं कलिमलमथनं पावनं पावनानां पाथेयं यन्मुमुक्षो: सपदि परपदप्राप्तये प्रस्थितस्य।

विश्राम स्थानमेकं कविवरवचसां जीवनं सज्जनानां बीजं धर्मद्रुमस्य प्रभवति भवतां भूतये राम नाम॥

यह भी पढ़ें: साल 2024 में 61 दिन बजेगी शहनाई, नोट करें विवाह मुहूर्त, तिथि एवं नक्षत्र संयोग

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।