Radha Ashtami 2023: आज मनाई जाएगी राधा अष्टमी, इन उपायों को करने से जल्द बनेंगे विवाह के शुभ योग
Radha Ashtami 2023 Vrat भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की अष्टमी की तिथि को राधा अष्टमी मनाई जाती है। मान्यताओं के अनुसार इसी दिन बरसाना में राधा रानी जी का जन्म हुआ था। राधा अष्टमी के शुभ अवसर पर कुछ विशेष उपाय करने से व्यक्ति के विवाह में आ रही बाधाएं तो दूर होती ही हैं साथ ही उसे मनचाहा जीवनसाथी भी मिलता है।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Sat, 23 Sep 2023 09:52 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Radha Ashtami ke Upay: श्री कृष्ण जन्माष्टमी के 15 दिन बाद राधा अष्टमी मनाई जाती है। इस वर्ष राधा अष्टमी 23 सितंबर 2023, शनिवार के दिन मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार राधा अष्टमी के दिन श्री राधा जी की उपासना करने से सभी कष्ट दूर होते हैं। आइए पढ़ते हैं राधा अष्टमी के कुछ अचूक उपाय।
करें ये आसान उपाय (Radha Ashtami 2023 Upay)
राधा अष्टमी के दिन राधा और कृष्णा जी के युगल स्वरूप की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से राधा रानी प्रसंन्न होती हैं और आपके विवाह के योग जल्द बनते हैं। वहीं, राधा अष्टमी के दिन श्री राधा रानी को गुलाब के फूल अर्पित करने और राधा कृपा कटाक्ष स्तोत्र का पाठ करने से इससे विवाह में आ रही बाधा दूर होती है।
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मनचाहे जीवनसाथी की प्राप्ति के लिए
मनचाहे जीवनसाथी की प्राप्ति के लिए राधा अष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण को हल्दी और चंदन का तिलक लगाएं। वहीं, राधा रानी को कुमकुम का तिलक लगाएं। साथ ही जो लोग प्रेम में सफलता पाना चाहते हैं, उन्हें पान का पत्ता लेकर चंदन से प्रेमी या प्रेमिका का नाम लिखकर राधा रानी के चरणों में अर्पित करना चाहिए। इससे प्रेम और भी मजबूत होता है। इस तरीके से आप मनचाहा जीवन साथी भी पा सकते हैं।
दांपत्य जीवन में बढ़ेगा प्रेम
वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ाने के लिए भगवान कृष्ण और राधा जी की मूर्ति के आगे मिट्टी के दीपक में रखकर कपूर जलाएं। पूजा के बाद इस कपूर को अपने बेडरूम में रखें। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा तो दूर होती ही है, साथ ही पति-पत्नी के बीच प्रेम और गहरा होता है।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'