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Raghukul of Lord Ram: कैसे हुई प्रभु श्री राम के रघुकुल की शुरुआत, जानिए पूरी वंशावली

Raghukul of Lord Ram अयोध्या में निर्मित हो रहे राम मंदिर का सभी देशवासी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में केवल कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। रामलला के आगमन की तैयारियां जोरों-शोरों पर हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि राम जी के वंश का नाम रघुकुल कैसे पड़ा साथ ही जानते हैं रघुकुल की वंशावली।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Published: Thu, 18 Jan 2024 11:52 AM (IST)Updated: Thu, 18 Jan 2024 11:56 AM (IST)
Raghukul of Lord Ram जानिए भगवान राम के रघुकुल की वंशावली।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Raghukul Story: महर्षि वाल्मिकी और तुलसीदास जी की रामायण जैसे धार्मिक ग्रंथों में भगवाम राम के संपूर्ण जीवन के वर्णन किया गया है। आज हम आपको उनके कुल यानी रघुकुल की वंशावली के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका वर्णन इक्ष्वाकु वंश के गुरु वशिष्ठ ने किया है।

कैसे पड़ा रघुकुल का नाम

रघुकुल जो सूर्यवंश की एक शाखा है, उसमें रघु जी का जन्म हुआ, जो ककुत्स्थ के पुत्र थे। रघु एक बहुत ही पराक्रमी और तेजस्वी राजा थे। उनके प्रताप के कारण ही इस कुल को उनके नाम यानी रघकुल या रघुवंश के नाम से जाना जाता है।

ये है वंशावली

इक्ष्वाकु वंश के गुरु वशिष्ठ जो भगवान राम के भी गुरु रहे हैं, उन्होंने इस प्रकार राम जी की वंशावली का वर्णन किया -

  • ब्रह्मा जी से मरीचि उत्पन्न हुए।
  • मरीचि के पुत्र - कश्यप
  • कश्यप के पुत्र - विवस्वान
  • विवस्वान के पुत्र - वैवस्वत मनु
  • वैवस्वत मनु के पुत्र - इक्ष्वाकु
  • इक्ष्वाकु के पुत्र - कुक्षि
  • कुक्षि के पुत्र - विकुक्षि
  • विकुक्षि के पुत्र - बाण
  • बाण के पुत्र - अनरण्य
  • अनरण्य के पुत्र - पृथु
  • पृथु के पुत्र - त्रिशंकु
  • त्रिशंकु के पुत्र - धुन्धुमार
  • धुन्धुमार के पुत्र - युवनाश्व
  • युवनाश्व के पुत्र - मान्धाता
  • मान्धाता के पुत्र - सुसन्धि
  • सुसन्धि दो पुत्र - ध्रुवसन्धि और प्रसेनजित
  • ध्रुवसन्धि के पुत्र - भरत
  • भरत के पुत्र - असित
  • असित के पुत्र - सगर
  • सगर के पुत्र - असमञ्ज
  • असमञ्ज के पुत्र - अंशुमान
  • अंशुमान के पुत्र - दिलीप
  • दिलीप के पुत्र - भगीरथ
  • भागीरथ के पुत्र - ककुत्स्थ
  • ककुत्स्थ के पुत्र - रघु (इन्हीं के नाम पर रघुकुल नाम पड़ा)
  • रघु के पुत्र - प्रवृद्ध
  • प्रवृद्ध के पुत्र - शंखण
  • शंखण के पुत्र - सुदर्शन
  • सुदर्शन के पुत्र - अग्निवर्ण
  • अग्निवर्ण के पुत्र - शीघ्रग
  • शीघ्रग के पुत्र - मरु
  • मरु के पुत्र - प्रशुश्रुक
  • प्रशुश्रुक के पुत्र - अम्बरीश
  • अम्बरीश के पुत्र - नहुष
  • नहुष के पुत्र - ययाति
  • ययाति के पुत्र - नाभाग
  • नाभाग के पुत्र - अज
  • अज के पुत्र - दशरथ
  • राजा दशरथ के चार पुत्र - श्री रामचन्द्र, भरत, लक्ष्मण तथा शत्रुघ्न
  • श्री रामचंद्र के दो पुत्र - लव और कुश

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'


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