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Rahu-Ketu Gochar 2023: डेढ़ साल बाद अपनी चाल बदलेंगे पाप ग्रह राहु और केतु, ये राशियां हो जाएं सावधान

Rahu Ketu gochar 2023 rahu ketu grah transit ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु ग्रह को पाप ग्रह की श्रेणी में रखा गया है। बता दें कि डेढ़ साल बाद राहु और केतु मीन राशि में गोचर करेंगे जिसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा।

By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Mon, 13 Mar 2023 02:05 PM (IST)
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Rahu Ketu Gochar 2023: राहु केतु गोचर से इन राशियों पर पड़ेगा अशुभ प्रभाव।

नई दिल्ली, अध्यात्मिक डेस्क | Rahu Ketu Gochar 2023: ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु अशुभ ग्रह की श्रेणी में आते हैं। राहु-केतु के राशि परिवर्तन के कारण जातक को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह ग्रह हमेशा विपरीत दिशा में विचरण करते हैं, जिसके कारण से इन्हें पाप ग्रह के नाम से भी जाना जाता है। बता दें कि अक्टूबर मास में राहु और केतु ग्रह गोचर करेंगे, जिसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। आइए जानते हैं कब होगा राहु-केतु गोचर और किन राशियों पर पड़ेगा इसका प्रभाव।

राहु-केतु गोचर 2023 तिथि (Rahu-Ketu Gochar 2023 Date)

ज्योतिष पंचांग के अनुसार राहु 30 अक्टूबर 2023, सोमवार को रात्रि 12 बजकर 03 मिनट पर में राशि में गोचर करेगा और इसी दिन व इसी समय केतु ग्रह कन्या राशि में प्रवेश करेगा। जिसके कारण चार राशियां ऐसी हैं, जिन्हें सावधान रहने की आवश्यकता है।

राहु-केतु गोचर से ये राशियां रहें सतर्क (Rahu-Ketu Rashi Parivartan 2023)

मेष राशि: राहु-केतु गोचर का अशुभ प्रभाव मेष राशि के जातकों पर पड़ेगा। इस दौरान आर्थिक समस्याएं आ सकती हैं और तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। परिवार या जीवनसाथी से विवाद भी बढ़ सकता है।

वृषभ राशि: राहु-केतु गोचर से वृषभ राशि के जातक सतर्क रहें। इस अवधि में आर्थिक और शारीरिक परेशानियां बढ़ सकती हैं। घर में अशांति का वातावरण भी बना रहेगा।

कन्या राशि: कन्या राशि में केतु ग्रह प्रवेश करेगा, जिसके कारण इस राशि को सभी क्षेत्रों में समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। नौकरी, व्यापार और आर्थिक क्षेत्र में भी समस्याएं उत्पन्न होगी। इसलिए सावधानी बरतें।

मीन राशि: 30 अक्टूबर के दिन राहु मीन राशि में प्रवेश करेगा, ऐसे में इस राशि को भी अधिक सावधानी बरतनी होगी। इस दौरान ऋण संबंधित समस्याएं पैदा हो सकती हैं और आर्थिक क्षेत्र पर भी बोझ बढ़ सकता है।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है, विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।