Raksha Bandhan 2023 Date Muhurat Time: 30 और 31 अगस्त के दिन इस शुभ मुहूर्त में भाई की कलाई पर बांधें राखी
Raksha Bandhan 2023 देशभर में श्रावन मास की पूर्णिमा तिथि के दिन रक्षाबंधन पर्व मनाया जाता है। इस पर्व को भाई और बहन के अटूट प्रेम के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनके उज्जवल भविष्य की प्रार्थना करती हैं। बता दें कि इस वर्ष रक्षाबंधन पर्व भद्रा के कारण दो दिन यानी 30 और 31 मनाया जाएगा।
By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Tue, 29 Aug 2023 04:44 PM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क । Raksha Bandhan 2023 Shubh Muhurat: हिन्दू पंचांग के अनुसार, श्रावन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन रक्षाबंधन पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व भद्रा के कारण दो '30 और 31 अगस्त 2023' के दिन मनाया जाएगा। बता दें कि रक्षाबंधन पर्व को भाई और बहन के अटूट प्रेम के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। इस विशेष दिन पर बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनके अच्छे स्वास्थ्य और उज्जवल भविष्य की प्रार्थना करती हैं। सनातन धर्म में रक्षाबंधन पर्व का विशेष महत्व है। इस विशेष दिन पर पूजा-पाठ को भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
शास्त्रों में यह विदित है कि रक्षाबंधन पर्व के दिन भद्रा काल में राखी नहीं बांधी जाती है। ऐसा करने से भाई के जीवन में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो जाती है। साथ ही ज्योतिष शास्त्र में भी भद्राकाल को अशुभ समय की श्रेणी में रखा गया है। ऐसे में आइए पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं कि रक्षाबंधन के लिए सही समय क्या है और किस समय बांधी जाएगी राखी?
रक्षाबंधन 2023 तिथि (Raksha Bandhan 2023 Date)
पंचांग के अनुसार इस वर्ष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 30 अगस्त को प्रातः 10 बजकर 59 मिनट पर प्रारंभ हो रही है और इसका समापन 31 अगस्त को प्रातः 07 बजकर 06 मिनट पर हो रहा है। इस वर्ष रक्षाबंधन का पवित्र त्यौहार बुधवार 30 अगस्त को मनाया जाएगा क्योंकि 31 अगस्त को पूर्णिमा तिथि त्रिमुहूर्ति नहीं हैं।रक्षाबंधन 2023 पर भद्रा का साया (Raksha Bandhan 2023 Bhadra Time)
राखी के दिन भद्रा प्रातः 10 बजकर 59 मिनट से आरम्भ हो रही है तथा रात्रि 9 बजकर 03 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। ऐसे में जब भद्रा खत्म होगी, तब राखी बांधी जा सकेगी। यह भद्रा पृथ्वी लोक की है, इसलिए इसे नजर अंदाज नहीं कर सकते हैं। भद्रा पूंछ सायंकाल 05:16 बजे से 06:31 बजे तक है और भद्रा मुख सायंकालीन 06:31 बजे से रात्रि 08:11 बजे तक है।
रक्षाबंधन 2023 धारण करने का (बांधने) शुभ मुहूर्त
इस वर्ष रक्षाबंधन का पावन पर्व बुद्धवार 30 अगस्त की रात्रि 09 बजकर 03 मिनट से गुरुवार 31 अगस्त को प्रातः 07 बजकर 06 मिनट तक मनाया जा सकता है। इस बात का भी ध्यान रखें कि 30 अगस्त के दिन निशीत काल अर्थात रात्रि 10 बजे से पहले रक्षाबंधन से जुड़ा पूजा-पाठ संपन्न कर लें।रक्षाबंधन 2023 मंत्र (Raksha Bandhan 2023 Mantra)
येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबल:।
तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि ,रक्षे माचल माचल:।।
अर्थात- 'जो रक्षासूत्र राजा बलि को बांधा गया था, वही पवित्र धागा मैं तुम्हारी कलाई पर बांधता/बांधती हूं, जो तुम्हें सदा के लिए विपत्तियों से बचाएगा।' मान्यता है कि इस मंत्र का जाप कर रक्षासूत्र बांधने से भाई के जीवन में आने वाली सभी समस्याएं दूर हो जाती है।
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