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Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन पर राशि अनुसार इस रंग की बांधें राखी, मिलेगा भाग्य का साथ

रक्षाबंधन एक पारंपरिक हिंदू त्योहार है जिसका भारत में बहुत अधिक महत्व है। यह त्योहार भाई-बहन के बीच के पवित्र बंधन का प्रतीक है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वादा करते हैं। इस साल रक्षाबंधन 19 अगस्त को मनाया जाएगा तो चलिए इस दिन से जुड़ी कुछ बातों को जानते हैं।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Sun, 18 Aug 2024 02:20 PM (IST)
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Raksha Bandhan 2024: राशि अनुसार इस रंग की बांधें राखी
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। रक्षाबंधन का पर्व बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे राखी के नाम से भी जाना जाता है। लोग इस अद्भुत त्योहार को अपार खुशी और उल्लास के साथ हर साल मनाते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल यह पर्व (Raksha Bandhan 2024) 19 अगस्त, 2024 दिन सोमवार को मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र और तरक्की की कामना करती हैं।

वहीं, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन राशि अनुसार भाई को किस रंग की राखी बांधनी चाहिए? आइए उसके बारे में जानते हैं।

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राशि अनुसार इस रंग की बांधें राखी

  • मेष - मेष राशि वालों को लाल रंग की राखी बांधनी चाहिए।
  • वृषभ - वृषभ राशि के जातक को सफेद रंग की राखी बांधनी चाहिए।
  • मिथुन - मिथुन राशि के जातक को हरे रंग की राखी बांधनी चाहिए।
  • कर्क - कर्क राशि वालों को सफेद रंग की राखी बांधनी चाहिए।
  • सिंह - सिंह राशि के जातक को लाल रंग की राखी बांधनी चाहिए।
  • कन्या - कन्या राशि के लोगों को हरे रंग की राखी बांधनी चाहिए।
  • तुला - तुला राशि वालों को गुलाबी रंग की राखी बांधनी चाहिए।
  • वृश्चिक - वृश्चिक राशि वालों को लाल रंग की राखी बांधनी चाहिए।
  • धनु - धनु राशि वाले जातक को पीले रंग की राखी बांधनी चाहिए।
  • मकर - मकर राशि वालों को नीले रंग की बांधनी चाहिए।
  • कुंभ - कुंभ राशि वालों को भी नीले रंग की राखी बांधनी चाहिए।
  • मीन - मीन राशि वाले जातक को पीले रंग की राखी बांधनी चाहिए।
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स्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।