Move to Jagran APP

Ram Navami 2024: 16 या 17 अप्रैल, चैत्र राम नवमी कब है? नोट करें सही डेट-मध्याह्न मुहूर्त और पूजा नियम

राम नवमी (Ram Navami 2024) का बड़ा धार्मिक महत्व है। यह दिन पूरे देश में भक्ति के साथ मनाया जाता है। राम नवमी भगवान राम की जयंती मनाने के लिए मनाई जाती है जो धर्म के पालन के लिए पूजनीय हैं। यह खुशी और भक्ति का दिन है। जब यह दिन इतना करीब है तो आइए इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों को जानते हैं -

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Mon, 15 Apr 2024 02:08 PM (IST)
Hero Image
Ram Navami 2024: राम नवमी तिथि और शुभ मुहूर्त
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Ram Navami 2024: राम नवमी हिंदुओं के सबसे शुभ त्योहारों में से एक है। यह तिथि भगवान श्री राम की पूजा के लिए अर्पित की गई है। राम जी को सदाचार, धार्मिकता के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। ऐसा माना जाता है कि मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में उन्होंने संसार को जीवन जीने का तरीका सिखाया है। इस साल चैत्र माह की राम नवमी 17 अप्रैल, 2024 दिन बुधवार को मनाई जाएगी, तो चलिए इस दिन से जुड़ी कुछ विशेष बातों को जानते हैं - 

यह भी पढ़ें: Chaitra Navratri Day 7: आज है चैत्र नवरात्र का सातवां दिन, ऐसे करें मां कालरात्रि की पूजा, जानिए कैसा है देवी का स्वरूप ?

राम नवमी तिथि, 2024 और शुभ मुहूर्त

नवमी तिथि की शुरुआत 16 अप्रैल, 2024 दिन मंगलवार दोपहर 01 बजकर 23 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन अगले दिन 17 अप्रैल, 2024 दिन बुधवार दोपहर 03 बजकर 14 मिनट पर होगा। इसके साथ ही राम नवमी का मध्याह्न मुहूर्त 17 अप्रैल सुबह 10 बजकर 30 मिनट से दोपहर 01 बजकर 02 मिनट तक रहेगा।

कैसे मनाएं राम नवमी ?

  • भक्त सुबह जल्दी उठें और पवित्र स्नान करें।
  • वेदी पर भगवान श्रीराम की मूर्ति स्थापित करें।
  • देसी घी का दीया जलाएं और पीले फूलों की माला चढ़ाएं।
  • राम जी को गोपी चंदन का तिलक लगाएं।
  • फल, मिठाई का भोग लगाएं।
  • वैदिक मंत्रों व रामायण का पाठ करें।
  • आरती से पूजा को पूर्ण करें।
  • इस दिन कन्या पूजा का भी विशेष महत्व हैं।
  • इसके अलावा इस दिन माता दुर्गा की भी विधिपूर्वक पूजा करें और पारण समय के अनुसार व्रत खोलें।
  • जरूरतमंदों और गरीबों को भोजन खिलाएं।

रामचरित मानस की चौपाई

मनोकामना पूर्ति के लिए

  • कवन सो काज कठिन जग माही।

    जो नहीं होइ तात तुम पाहीं।।

आजीविका प्राप्ति के लिए

  • बिस्व भरन पोषन कर जोई।

    ताकर नाम भरत असहोई।।

यह भी पढ़ें: Chaitra Navratri 2024 7th Day: इस शुभ समय पर करें मां कालरात्रि की विशेष पूजा, जानिए सामग्री लिस्ट

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'