Ram Navami 2024: चैत्र नवमी पर करें भगवान श्रीराम के 108 नामों का मंत्र जप, बनेंगे सारे बिगड़े काम
इस दिन भगवान श्रीराम की पूजा-उपासना की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत रखा जाता है। भगवान श्रीराम त्रेता युग के समकालीन थे। भगवान श्रीराम की पूजा करने से साधक को शत्रुओं पर विजय पाने का वरदान प्राप्त होता है। साथ ही घर में सुख समृद्धि एवं शान्ति आती है। अतः साधक राम नवमी तिथि पर विधि-विधान से भगवान श्रीराम की पूजा-उपासना करते हैं।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Mon, 15 Apr 2024 03:28 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Ram Navami 2024: हर वर्ष चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर राम नवमी मनाई जाती है। इस वर्ष 17 अप्रैल को राम नवमी है। इस दिन भगवान श्रीराम की पूजा-उपासना की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत रखा जाता है। भगवान श्रीराम त्रेता युग के समकालीन थे। सनातन शास्त्रों में भगवान श्रीराम की महिमा का वर्णन है। भगवान श्रीराम की पूजा करने से साधक को शत्रुओं पर विजय पाने का वरदान प्राप्त होता है। साथ ही घर में सुख, समृद्धि एवं शान्ति आती है। अतः साधक राम नवमी तिथि पर विधि-विधान से भगवान श्रीराम की पूजा-उपासना करते हैं। अगर आप भी भगवान श्रीराम की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो राम नवमी तिथि पर विधि-विधान से भगवान श्रीराम की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय भगवान श्रीराम के 108 नामों का मंत्र जप करें। भगवान श्रीराम के नामों के मंत्र जप से सभी बिगड़े काम बन जाते हैं।
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भगवान श्रीराम के 108 नाम
1. ॐ परस्मै ब्रह्मने नम:2. ॐ सर्वदेवात्मकाय नमः3. ॐ परमात्मने नम:
4. ॐ सर्वावगुनवर्जिताया नम:5. ॐ विभिषनप्रतिश्थात्रे नम:6. ॐ जरामरनवर्जिताया नम:7. ॐ यज्वने नम:8. ॐ सर्वयज्ञाधिपाया नम:9. ॐ धनुर्धराया नम:10. ॐ पितवाससे नम:11. ॐ शुउराया नम:
12. ॐ सुंदराया नम:13. ॐ हरये नम:14. ॐ सर्वतिइर्थमयाया नम:15. ॐ जितवाराशये नम:16. ॐ राम सेतुक्रूते नम:17. ॐ महादेवादिपुउजिताया नम:18. ॐ मायामानुश्हा चरित्राया नम:19. ॐ धिइरोत्तगुनोत्तमाया नम:20. ॐ अनंतगुना गम्भिइराया नम:21. ॐ राघवाया नम:22. ॐ पुउर्वभाश्हिने नम:23. ॐ मितभाश्हिने नम:24. ॐ स्मितवक्त्राया नम:
25. ॐ पुरान पुरुशोत्तमाया नम:26. ॐ अयासाराया नम:27. ॐ पुंयोदयाया नम:28. ॐ महापुरुष्हाय नम:29. ॐ परमपुरुष्हाय नम:30. ॐ आदिपुरुष्हाय नम:31. ॐ स्म्रैता सर्वाघा नाशनाया नम:32. ॐ सर्वपुंयाधिका फलाया नम:33. ॐ सुग्रिइवेप्सिता राज्यदाया नम:34. ॐ सर्वदेवात्मकाया परस्मै नम:35. ॐ पाराया नम:36. ॐ पारगाया नम:37. ॐ परेशाया नम:
38. ॐ परात्पराया नम:39. ॐ पराकाशाया नम:40. ॐ परस्मै धाम्ने नम:41. ॐ परस्मै ज्योतिश्हे नम:42.ॐ सच्चिदानंद विग्रिहाया नम:43. ॐ महोदराया नम:44. ॐ महा योगिने नम:45. ॐ मुनिसंसुतसंस्तुतया नम:46. ॐ ब्रह्मंयाया नम:47. ॐ सौम्याय नम:48. ॐ सर्वदेवस्तुताय नम:49. ॐ महाभुजाय नम:50. ॐ महादेवाय नम:51. ॐ राम मायामारिइचहंत्रे नम:
52. ॐ राम मृतवानर्जीवनया नम:53. ॐ सर्वदेवादि देवाय नम:54. ॐ सुमित्रापुत्र सेविताया नम:55. ॐ राम जयंतत्रनवरदया नम:56. ॐ चित्रकुउता समाश्रयाया नम:57. ॐ राम राक्षवानरा संगथिने नम:58. ॐ राम जगद्गुरवे नम:59. ॐ राम जितामित्राय नम:60. ॐ राम जितक्रोधाय नम:61. ॐ राम जितेंद्रियाया नम:62. ॐ वरप्रदाय नम:63. ॐ पित्रै भक्ताया नम:
64. ॐ अहल्या शाप शमनाय नम:65. ॐ दंदकारंय पुण्यक्रिते नम:66. ॐ धंविने नम:67. ॐ त्रिलोकरक्षकाया नम:68. ॐ पुंयचारित्रकिइर्तनाया नमः69. ॐ त्रिलोकात्मने नमः70. ॐ त्रिविक्रमाय नमः71. ॐ वेदांतसाराय नमः72. ॐ तातकांतकाय नमः73. ॐ जामद्ग्ंया महादर्पदालनाय नमः74. ॐ दशग्रिइवा शिरोहराया नमः75. ॐ सप्तताला प्रभेत्त्रे नमः
76. ॐ हरकोदांद खान्दनाय नमः77. ॐ विभीषना परित्रात्रे नमः78. ॐ विराधवाधपन दिताया नमः79. ॐ खरध्वा.सिने नमः80. ॐ कौसलेयाय नमः81. ॐ सदाहनुमदाश्रिताय नमः82. ॐ व्रतधाराय नमः83. ॐ सत्यव्रताय नमः84. ॐ सत्यविक्रमाय नमः85. ॐ सत्यवाचे नमः86. ॐ वाग्मिने नमः87. ॐ वालिप्रमाथानाया नमः88. ॐ शरणात्राण तत्पराया नमः
89. ॐ दांताय नमः90. ॐ विश्वमित्रप्रियाय नमः91. ॐ जनार्दनाय नमः92. ॐ जितामित्राय नमः93. ॐ जैत्राय नमः94. ॐ जानकिइवल्लभाय नमः95. ॐ रघुपुंगवाय नमः96. ॐ त्रिगुनात्मकाया नमः97. ॐ त्रिमुर्तये नमः98. ॐ दुउश्हना त्रिशिरो हंत्रे नमः99. ॐ भवरोगस्या भेश्हजाया नमः100. ॐ वेदात्मने नमः101. ॐ राजीवलोचनाय नमः
102. ॐ राम शाश्वताया नमः103 ॐ राम चंद्राय नमः104. ॐ राम भद्राया नमः105. ॐ राम रामाय नमः106. ॐ सर्वदेवस्तुत नमः107. ॐ महाभाग नमः108. ॐ मायामारीचहन्ता नमःयह भी पढ़ें: मंगल ग्रह मजबूत करने के लिए मंगलवार को जरूर करें ये 4 उपाय, सभी संकटों से मिलेगी निजातडिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।