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Ram Navami 2024: राम नवमी पर भगवान श्रीराम को इन विशेष चीजों का लगाएं भोग, दरिद्रता से मिलेगा छुटकारा

रामभक्त रामनवमी के पर्व का बेसब्री से इंतजार करते हैं। हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को राम नवमी का त्योहार मनाया जाता है। मान्यता है कि राम नवमी पर प्रभु को प्रिय चीजों का भोग लगाने से पूजा पूर्ण होती है और भगवान श्रीराम प्रसन्न होते हैं। आइए जानते हैं किन चीजों को भोग में शामिल करना चाहिए।

By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Wed, 17 Apr 2024 09:01 AM (IST)
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Ram Navami 2024: राम नवमी पर भगवान श्रीराम को इन विशेष चीजों का लगाएं भोग, दरिद्रता से मिलेगा छुटकारा
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Bhagwan Ram Ke Bhog: देशभर में राम नवमी के पर्व को अधिक धूमधाम के साथ मनाया जाता है। रामभक्त राम नवमी के आने का बेसब्री से इंतजार करते हैं। हर साल यह त्योहार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। इस बार रामनवमी 19 अप्रैल को मनाई जाएगी। इस खास अवसर पर भगवान श्रीराम की विशेष पूजा की जाती है। साथ ही उन्हें प्रिय चीजों का भोग लगाया जाता है। मान्यता है कि प्रभु को प्रिय चीजों का भोग लगाने से पूजा पूर्ण होती है और भगवान श्रीराम प्रसन्न होते हैं। चलिए जानते हैं प्रभु को किन चीजों का भोग लगाना कल्याणकारी होता है।

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भगवान राम के भोग (Bhagwan Ram Ke Bhog)

  • माना जाता है कि भगवान राम को पंचामृत का भोग न लगाने से पूजा अधूरी रहती है। ऐसे में आप रामनवमी की पूजा के दौरान प्रभु को पंचामृत का भोग लगा सकते हैं।
  • इसके अलावा भगवान राम के भोग में खीर को भी शामिल कर सकते हैं। मान्यता है कि जब राजा दशरथ के घर भगवान राम और समेत चारों भाइयों का जन्म हुआ था, तो उस समय खीर ही बनाई गई थी। ऐसे में आप भगवान राम को खीर का भोग लगा सकते हैं।
  • अगर आप परिवार में खुशहाली चाहते हैं, तो इसके लिए आप राम नवमी पर मीठे बेर और कंदमूल का भोग लगाएं। पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान राम ने वनवास के दौरान कंदमूल का सेवन किया था। मान्यता है कि प्रभु को कंदमूल और बेर का भोग लगाने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
  • भगवान श्रीराम के भोग के लिए आप घर पर केसर भा बना सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि प्रभु को केसर भात का भोग लगाने दरिद्रता से छुटकारा मिलता है।
भोग लगाते समय मंत्र

त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये। गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।।

अर्थ- हे ईश्वर मेरे पास जो भी है वो आपका ही दिया हुआ है। आपका दिया आपको समर्पित करता हूं। कृपा करके इसे ग्रहण करे और मुझ पर प्रसन्न हों।

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