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Ram Navami 2024: रामनवमी पर इस शुभ मुहूर्त में करें मर्यादा पुरुषोत्तम की पूजा, बन जाएंगे सारे बिगड़े काम

यह पर्व हर वर्ष चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पूजा- उपासना की जाती है। त्रेता युग में चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर भगवान श्रीराम का अवतरण हुआ था। अतः हर वर्ष चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाता है।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Sun, 31 Mar 2024 03:21 PM (IST)
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Ram Navami 2024: रामनवमी पर इस शुभ मुहूर्त में करें मर्यादा पुरुषोत्तम की पूजा
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Ram Navami 2024: सनातन पंचांग के अनुसार, 17 अप्रैल को राम नवमी है। यह पर्व हर वर्ष चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पूजा- उपासना की जाती है। सनातन शास्त्रों में निहित है कि त्रेता युग में चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर भगवान श्रीराम का अवतरण हुआ था। अतः हर वर्ष चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाता है। धार्मिक मत है कि भगवान श्रीराम की पूजा करने से साधक के सकल मनोरथ सिद्ध होते हैं। साथ ही साधक भगवान श्रीराम की कृपा के भागी बनते हैं। अगर आप भी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो इस शुभ मुहूर्त में भगवान राम की पूजा करें। आइए जानते हैं-

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शुभ मुहूर्त 

चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 16 अप्रैल को दोपहर 01 बजकर 23 मिनट पर शुरू होगी और 17 अप्रैल को दोपहर 03 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि मान होने के चलते 17 अप्रैल को राम नवमी मनाई जाएगी। साधक 17 अप्रैल को अपने आराध्य भगवान श्रीराम की पूजा-उपासना कर सकते हैं।

पूजा समय 

ज्योतिषियों की मानें तो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का अवतरण मध्याह्न के समय में हुआ है। इसके लिए मध्याह्न के समय में पूजा करने का विशेष महत्व है। इस दिन मध्याह्न का समय दोपहर 12 बजकर 21 मिनट है। आसान शब्दों में कहें तो राम नवमी तिथि पर पूजन हेतु शुभ समय दोपहर 12 बजकर 21 मिनट पर है। साधक रामनवमी पर सुबह 11 बजकर 03 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 38 मिनट के मध्य अपने आराध्य भगवान श्रीराम की पूजा कर सकते हैं।

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डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।