Shardiya Navratri 2024: घटस्थापना पर इंद्र योग समेत बन रहे हैं ये अद्भुत संयोग, प्राप्त होगा अक्षय फल
इस वर्ष शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri Puja Vidhi) 03 अक्टूबर से लेकर 11 अक्टूबर तक है। इसके अगले दिन यानी 12 अक्टूबर को दशहरा है। ज्योतिषियों की मानें तो आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर हस्त और चित्रा नक्षत्र का संयोग बन रहा है। इन योग में मां दुर्गा की पूजा करने से अक्षय फल की प्राप्ति होगी।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Mon, 02 Sep 2024 10:06 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में शारदीय नवरात्र का विशेष महत्व है। इस दौरान जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा और उनके नौ शक्ति रूपों की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त नवरात्र का व्रत रखा जाता है। धार्मिक मत है कि जगत जननी मां दुर्गा की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही घर में सुख, समृद्धि एवं खुशहाली आती है। ज्योतिषियों की मानें तो शारदीय नवरात्र के पहले दिन यानी घटस्थापना तिथि पर दुर्लभ इंद्र योग का निर्माण हो रहा है। इसके साथ ही कई अन्य मंगलकारी योग बन रहे हैं। इन योग में जगत की देवी मां दुर्गा की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होगी। आइए, इन योग के बारे में जानते हैं-
शारदीय नवरात्रि 2024 कैलेंडर (Shardiya Navratri 2024 Calendar)
03 अक्टूबर 2024- मां शैलपुत्री की पूजा04 अक्टूबर 2024- मां ब्रह्मचारिणी की पूजा05 अक्टूबर 2024- मां चंद्रघंटा की पूजा06 अक्टूबर 2024- मां कूष्मांडा की पूजा07 अक्टूबर 2024- मां स्कंदमाता की पूजा08 अक्टूबर 2024- मां कात्यायनी की पूजा09 अक्टूबर 2024- मां कालरात्रि की पूजा
10 अक्टूबर 2024- मां सिद्धिदात्री की पूजा11 अक्टूबर 2024- मां महागौरी की पूजा12 अक्टूबर 2024- विजयदशमी (दशहरा)
शारदीय नवरात्रि 2024 तिथि (Shardiya Navratri 2024 Start Date)
वैदिक पंचांग के अनुसार, शारदीय नवरात्र की शुरुआत 03 अक्टूबर से हो रही है। आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 03 अक्टूबर को देर रात 12 बजकर 18 मिनट से शुरू होगी और 04 अक्टूबर को देर रात 02 बजकर 58 मिनट पर समाप्त होगी। सनातन धर्म में सूर्योदय से तिथि की गणना की जाती है। अतः गुरुवार 03 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र की शुरुआत होगी।