Ravivar ke Upay: जीवन में पाना चाहते हैं तरक्की, तो रविवार को करें ये काम; सूर्य देवता होंगे प्रसन्न
Ravivar Ke Upay वैसे तो हर रोज भगवान सूर्य को जल अर्पित करना सफलता की सीढ़ियों तक पहुंचाता है पर रविवार का दिन कुछ खास होता है। इस दिन कुछ विशेष उपायों के साथ भगवान सूर्य की पूजा की जाए तो जीवन में सफलता मिलना आसान हो जाता है।
By Jagran NewsEdited By: Achyut KumarUpdated: Sat, 24 Dec 2022 07:54 PM (IST)
नई दिल्ली। Ravivar ke Upay: हम सभी जानते हैं कि रविवार का दिन सूर्य देवता का होता है। रविवार के दिन सूर्यदेव को जल अर्पित कर पूजन करने से जीवन में तरक्की व सफलता मिलती है। सूर्य देव का पूजन करने से यश, धन व आरोग्य जीवन प्राप्त होता है। यदि रोजाना सूर्य देव की पूजा करते हैं तो ये और भी लाभदायक होता है। इसलिए सूर्य देव की आराधना करना आवश्यक है। सूर्य के पूजन से जीवन में ग्रहों की स्थिति भी मजबूत होती है। तो चलिए जानते हैं सूर्य देव से जुड़े रविवार के ऐसे उपाय, जिनसे जीवन में तरक्की और सफलता हासिल होगी।
ऐसा करने से देवी लक्ष्मी होंगी प्रसन्न
ज्योतिष की मानें तो रोजाना सूर्य को जल अर्पित कर पूजा करनी चाहिए। रविवार को खासतौर पर ऐसा अवश्य करना चाहिए। सूर्य को जल देकर मां लक्ष्मी का पूजन करना चाहिए। ऐसा करने से सूर्य देव के साथ ही मां लक्ष्मी भी आशीर्वाद देती हैं और जीवन में सफलता व उन्नति मिलना आसान हो जाता है।य़ह भी पढ़ें: Shani Gochar 2023: कुंभ राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं शनि देव, इस राजयोग से इन राशियों को मिलेगा लाभ
ऐसे होगी सूर्य की स्थिति ठीक
यदि आपकी कुंडली में सूर्य के कमजोर है तो इसे लेकर घबराएं नहीं, बल्कि रविवार के दिन मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं। ऐसा करने से सूर्य की स्थिति राशि में ठीक हो जाती है। इसके साथ ही कई तरह की परेशानियों से मुक्ति मिलने के योग बनते हैं।
कारोबारी करें ये काम, बरसेगी कृपा
यदि आप हर दिन व्यस्त रहते हैं और सूर्य देव की पूजा नहीं कर पाते तो रविवार के दिन जरूर करें। ऐसा करने से आपको जीवन में तरक्की व सम्मान प्राप्त हो सकता है। कारोबारी या नौकरीपेशा हैं तो रविवार के दिन एक उपाय जरूर करें। रविवार को जल व गुड़ के घोल को नदी या तालाब में प्रवाहित करना चाहिए। ज्योतिषियों की मानें तो ऐसा करने से सूर्य देव हमेशा कृपा बनाए रखेंगे।यह भी पढ़ें: Vaibhav Lakshmi Vrat Vidhi: शुभ फलदायी है माता वैभव लक्ष्मी का व्रत, यहां जानें पूजन की संपूर्ण विधि और नियमडिसक्लेमर- 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'