Roti Rules: इन प्रमुख तिथियों में न बनाएं रोटी, वरना रुष्ट हो सकती हैं मां लक्ष्मी
ज्योतिष शास्त्र में खाने को लेकर काफी कुछ बताया गया है। भोजन को मानव जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा माना गया है जिसका अपना एक महत्व है। साथ ही इसका असर हमारे पूरे जीवन पर पड़ता है। ऐसे में आज हम रोटी के कुछ नियमों को आपके साथ साझा करेंगे जिसे जानना बेहद जरूरी है। तो आइए जानते हैं उन प्रमुख तिथियों के बारे में जो यहां दी गई हैं -
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Roti Rules In Jyotish Shastra: सनातन धर्म में हर चीज को लेकर कुछ नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन करना बहुत जरूरी है। भोजन को मानव जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा माना गया है, जिसका अपना एक महत्व है। साथ ही इसका असर हमारे पूरे जीवन पर पड़ता है। ऐसे में आज हम रोटी के कुछ नियमों को आपके साथ साझा करेंगे, जिसे जानना बेहद जरूरी है। तो आइए जानते हैं उन प्रमुख तिथियों के बारे में जो यहां दी गई हैं -
दिवाली के दिन रोटी न बनाएं
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दिवाली के शुभ अवसर पर रोटी नहीं बनानी चाहिए। ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता है, क्योंकि इस दिन धरती पर मां लक्ष्मी आती हैं। इसलिए लोगों को अपने घर में तरह- तरह के पकवान बनाने चाहिए, जो जातक ऐसा नहीं करते मां लक्ष्मी उनसे रुष्ट हो जाती हैं।शरद पूर्णिमा के दिन रोटी न बनाएं
शरद पूर्णिमा का दिन मां लक्ष्मी की पूजा के लिए समर्पित है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस शुभ दिन पर घर में कच्चा खाना बनाने से बचना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार, इस अवसर पर सफेद चावल की खीर बनानी चाहिए और उसी को प्रसाद के रूप में ग्रहण करना चाहिए। साथ ही इस दिन कुछ लोग तरह -तरह के पकवान भी बनाते हैं। ऐसा करने से घर में शुभता आती है।
शीतला अष्टमी के दिन रोटी न बनाएं
शीतला अष्टमी के दिन मां शीतला की पूजा का विधान है। इस दिन मां को बासी खाने का भोग लगाया जाता है। साथ ही उसी प्रसाद को सभी को ग्रहण करना चाहिए। कहा जाता है कि इस दिन ताजा भोजन और रोटी बनाने से पूर्ण रूप से बचना चाहिए। इससे मां शीतला की विशेष कृपा प्राप्त होती है।नाग पंचमी के दिन रोटी न बनाएं
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नाग पंचमी के दिन भी रोटी नहीं बनानी चाहिए, क्योंकि तवे को नाग का फन माना जाता है, जो लोग ऐसा करते हैं उनसे नाग देवता नाराज होते हैं। साथ ही घर के लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
यह भी पढ़ें: Narmada Jayanti 2024: नर्मदा जयंती पर करें इस स्तोत्र का पाठ, मिलेगा धन और वैभव का आशीर्वादडिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी'।