Sanatan Dharma: कैसे प्रचलन में आया हिंदू धर्म नाम, जानिए सनातन का सही अर्थ
Sanatan Dharma आज सनातन धर्म के लिए हिंदू धर्म नाम ज्यादा प्रचलित है। इस धर्म के अनुयायियों को हिंदू या सनातनी कहा जाता है। शास्त्रों में सनातन धर्म का ही जिक्र मिलता है। हिंदू नाम बहुत बाद में प्रचलन में आया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सनातन धर्म का नाम हिंदू धर्म कैसे पड़ा। आइए जानते हैं इस नाम के पीछे का रोचक इतिहास।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Sun, 16 Jul 2023 03:13 PM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म। Sanatan Dharma: धर्म का अर्थ होता है सही काम करना या अपने कर्तव्य पथ पर चलना। धर्म को नियम भी कहा जा सकता है। हर धर्म के अपने कुछ विशेष नियम और रीति-रिवाज होते हैं। जिससे उस धर्म को एक अलग पहचान मिलती है। दुनिया में कई धर्म पाए जाते हैं जैसे- सनातन धर्म, इस्लाम धर्म, सिख और ईसाई धर्म आदि।
सनातन धर्म का अर्थ
'सनातन' का शाब्दिक अर्थ है - शाश्वत या 'सदा बना रहने वाला', यानी जिसका न आदि है न अन्त। सनातन धर्म जिसे हिन्दू धर्म अथवा वैदिक धर्म के नाम से भी जाना जाता है। इसे दुनिया के सबसे प्राचीनतम धर्म के रूप में भी जाना जाता है। भारत की सिंधु घाटी सभ्यता में हिन्दू धर्म के कई चिह्न मिलते हैं। यह धर्म, ज्ञात रूप से लगभग 12000 वर्ष पुराना है जबकि कुछ पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हिंदू धर्म 90 हजार वर्ष पुराना है।
गीता के अनुसार सनातन का अर्थ
गीता में भी सनातन धर्म का वर्णन मिलता है। श्री कृष्ण कहते हैं-अच्छेद्योऽयमदाह्योऽयमक्लेद्योऽशोष्य एव च |नित्य: सर्वगत: स्थाणुरचलोऽयं सनातन: ||
अर्थात- हे अर्जुन! जो छेदा नहीं जाता। जलाया नहीं जाता। जो सूखता नहीं। जो गीला नहीं होता। जो स्थान नहीं बदलता। ऐसे रहस्यमय व सात्विक गुण तो केवल परमात्मा में ही होते हैं। जो सत्ता इन दैवीय गुणों से परिपूर्ण हो। वही सनातन कहलाने के योग्य है। इस श्लोक के माध्यम से भगवान कृष्ण कहते हैं कि जो न तो कभी नया रहा। न ही कभी पुराना होगा। न ही इसकी शुरुआत है। न ही इसका अंत है। अर्थात ईश्वर को ही सनातन कहा गया है।