Sankashti Chaturthi 2024: संकष्टी चतुर्थी पर करें इन चीजों का दान, विघ्नराज हरेंगे सभी दुख
हिंदू पंचांग के अनुसार हर माह की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश की पूजा-अर्चना के लिए विशेष माना जाता है। पंचांग के अनुसार शुक्ल पक्ष में आने वाली चतुर्थी पर विनायक चतुर्थी का व्रत किया जाता है वहीं कृष्ण पक्ष की चतुर्थी पर संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है। ऐसे में आप इस दिन कुछ विशेष चीजों के दान द्वारा गणेश जी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में दान-पुण्य का विशेष महत्व माना गया है। किसी व्रत-त्योहार पर दान करने से इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। ऐसे में आप आश्विन माह की विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi 2024 Daan) पर कुछ खास चीजों का दान कर सकते हैं। इससे आपको गणेश जी की विशेष कृपा प्राप्त हो सकती है, जिससे मनोकामना पूरी होती है और जीवन के कष्ट भी दूर हो सकते हैं।
संकष्टी चतुर्थी शुभ मुहूर्त (Sankashti Chaturthi Shubh Muhurat)
हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 20 सितंबर को रात्रि 09 बजकर 15 मिनट पर शुरू हो रही है। वहीं इस तिथि का समापन 21 सितंबर 2024 को शाम 06 बजकर 13 मिनट पर होने जा रहा है। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, आश्विन माह के विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी का व्रत शनिवार, 21 सितंबर को किया जाएगा।
होगा सुख-समृद्धि का आगमन
विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी के दिन अपनी क्षमता के अनुसार, गरीबों को अनाज, फल, कपड़े आदि दान करने चाहिए। ऐसा करने से श्री गणेश आपसे प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। इसी के साथ आप पीतल या स्टील के बर्तन भी दान कर सकते हैं। इससे भी साधक को बप्पा की कृपा प्राप्त हो सकती है।
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मिलेगी बप्पा की कृपा
संकष्टी चतुर्थी के दिन गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए। इससे व्यक्ति को गणेश जी के साथ-साथ गौ माता की भी कृपा प्राप्त होती है। इसके साथ ही आप शुभ फलों की प्राप्ति के लिए इस दिन आप हाथी को चारा खिला सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ऐसा करने से साधक के जीवन में आ रही सभी परेशानियां धीरे-धीरे दूर होने लगती हैं।
यह भी पढ़ें - Vighnaraja Sankashti Chaturthi 2024 पर दुर्लभ शिववास योग समेत बन रहे हैं ये शुभ संयोग, प्राप्त होगा दोगुना फलअस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।