Sankashti Chaturthi 2024: विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी पर करें बप्पा की यह खास आरती, दूर होंगे जीवन के सभी विघ्न
सनातन धर्म में भगवान गणेश की पूजा बेहद शुभ मानी गई है। ऐसा कहा जाता है कि जो लोग गणेश जी की पूजा विधिपूर्वक करते हैं उनकी सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। ऐसे में जो लोग अपने जीवन के मुश्किलों को समाप्त करना चाहते हैं उन्हें गणेश जी की पूजा अवश्य करनी चाहिए। साथ ही उनकी भव्य आरती करनी चाहिए जिससे उनकी पूर्ण कृपा प्राप्त हो सके।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी का खास महत्व है। यह दिन भगवान गणेश की पूजा के लिए समर्पित है। इस मौके पर भक्त उपवास रखते हैं और भाव के साथ बप्पा की पूजा करते हैं। वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार आश्विन माह के विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी का व्रत शनिवार, 21 सितंबर यानी आज रखा जा रहा है।ऐसी मान्यता है कि इस दिन (Sankashti Chaturthi 2024) भगवान गणेश की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
साथ ही सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। वहीं, इस दिन गणेश जी की आरती करना भी परम कल्याणकारी माना गया है, तो चलिए यहां पढ़ते हैं।
॥श्री गणेश जी की आरती॥ (Ganesh Ji ki Aarti)
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी ।माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा ।लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा ॥जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया ।बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥'सूर' श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा ।माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी ।कामना को पूर्ण करो, जाऊं बलिहारी ॥जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
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