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Gupt Navratri 2024: गुप्त नवरात्र के तीसरे दिन बन रहे हैं ये 4 अद्भुत संयोग, प्राप्त होगा मां का आशीर्वाद

धार्मिक मत है कि जगत की देवी मां दुर्गा के शरणागत रहने वाले साधकों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संकट दूर हो जाते हैं। व्रती गुप्त नवरात्र के दौरान विधि-विधान से जगत की शक्ति की पूजा उपासना करते हैं। साथ ही मां दुर्गा के निमित्त और उपवास व्रत भी रखते हैं।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Sun, 07 Jul 2024 03:38 PM (IST)
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Gupt Navratri 2024: जगत जननी मां दुर्गा को कैसे प्रसन्न करें?

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Gupt Navratri 2024: सनातन धर्म में गुप्त नवरात्र का विशेष महत्व है। इस दौरान जगत जननी मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है। वहीं, तंत्र सीखने वाले साधक और मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए व्रती दस महाविद्याओं की देवियों की पूजा करते हैं। धार्मिक मत है कि मां दुर्गा की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही घर में खुशियों का आगमन होता है। ज्योतिषियों की मानें तो गुप्त नवरात्र के तीसरे दिन कई दुर्लभ और मंगलकारी योग बन रहे हैं। इन योग में मां दुर्गा की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।

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शुभ मुहूर्त (Ashadha Gupt Navratri Shubh Muhurat)

पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पूर्ण रात्रि तक है। 09 जुलाई को आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि शुरू होगी। गुप्त नवरात्र पर जगत जननी की पूजा निशा काल में होती है। अत: साधक तृतीया तिथि पर मां दुर्गा की विशेष पूजा निशा काल में कर सकते हैं।

अभिजीत मुहूर्त

आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर अभिजीत मुहूर्त का शुभ योग बन रहा है। इस योग का निर्माण दोपहर 12 बजकर 05 मिनट से हो रहा है। वहीं, इसका समापन 12 बजकर 59 मिनट पर होगा। इस शुभ अवसर पर सर्वार्थ सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण ब्रह्म बेला में हो रहा है। इस योग का संयोग सुबह 05 बजकर 47 मिनट से हो रहा है। वहीं, इस योग का समापन सुबह 06 बजकर 03 मिनट पर होगा।

करण योग

आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर तैतिल करण का संयोग बन रहा है। इस योग का समापन संध्याकाल 05 बजकर 29 मिनट पर हो रहा है। इसके बाद गर करण का निर्माण हो रहा है, जो पूर्ण रात्रि है। इन योग में मां दुर्गा की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।