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Sawan 2022: भूलकर भी इस दिन न तोड़ें बेलपत्र, जानिए शिवलिंग पर बिल्वपत्र चढ़ाने के नियम

Sawan 2022 भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। इसके साथ ही हर तरह के कष्टों से छुटकारा मिल जाता है। शिवपुराण में बेलपत्र चढ़ाने के कुछ नियमों के बारे में बताया गया है। आइए जानते हैं बेलपत्र चढ़ाने का सही तरीका

By Shivani SinghEdited By: Updated: Fri, 22 Jul 2022 08:20 AM (IST)
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Sawan 2022 Belpatra: शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने का नियम

नई दिल्ली, Sawan 2022 Belpatra: सावन का पवित्र माह चल रहा है। इस मास में भगवान शिव की विधिवत तरीके से पूजा करने का विधान है। माना जाता है कि भगवान को जलाभिषेक, रुद्राभिषेक के साथ कुछ चीजें चढ़ाना शुभ माना जाता है। इन्हीं वस्तुओं में से एक है बेलपत्र। भगवान शिव को बेलपत्र अति प्रिय है। इसी कारण अर्पित करने वाली वस्तुओं में सबसे ऊपर इसका स्थान है। माना जाता है कि बेलपत्र चढ़ाने से हर तरह के कष्टों से छुटकारा मिल जाता है। इसके साथ ही सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। शिव पुराण में शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने के कुछ नियम बताए गए हैं। इनका पालन करने से पूजा का संपूर्ण फल प्राप्त होगा। आइए जानते हैं कि बेलपत्र चढ़ाते समय किन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।

तस्वीरों में समझें- बेलपत्र चढ़ाने के नियम

इस दिन न तोड़े बेलपत्र

शिव पुराण के अनुसार, बेलपत्र उस दिन नहीं तोड़ना चाहिए जिस दिन भगवान शिव को समर्पित दिन होता है। इसलिए सावन सोमवार के दिन बेलपत्र तोड़ने के बजाय एक दिन पहले यानी रविवार के दिन ही बेलपत्र तोड़ लें तो अच्छा है। इसके अलावा महाशिवरात्रि, हर मास की चतुर्दशी तिथि को भी बेलपत्र तोड़ने की मनाही है।

बेलपत्र संबंधी इन नियमों का भी रखें ख्याल

शिवलिंग पर चढ़ाएं ऐसी बेलपत्र

भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए 5 पत्तों वाला बेलपत्र चढ़ाना शुभ होता है। हालांकि इस तरह का बेलपत्र मिलना थोड़ा मुश्किल है। इसलिए 3 पत्तों वाला बेलपत्र भी चढ़ा सकते हैं। इससे भी शुभ फलों की प्राप्ति होगी।

शिवलिंग पर न चढ़ाएं ऐसा बेलपत्र

बेलपत्र चुनते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसमें किसी भी तरह का दाग-धब्बे या कहीं से कटा-फटा न हो। ऐसे बेलपत्र को दोषपूर्ण माना जाता है। माना जाता है कि वज्र और चक्र बेलपत्र खंडित होते हैं। इन्हें बिल्कुल भी न चढ़ाएं।

शिवलिंग पर कितने बेलपत्र चढ़ाना है शुभ

शिव पुराण के अनुसार, आपके पास जितने बेलपत्र हो उतने ही चढ़ा सकते हैं। वैसे तो शिवजी को 3 से लेकर 11 बेलपत्र चढ़ाना शुभ माना जाता है। लेकिन अधिक बेलपत्र हैं, तो और भी उत्तम है।

शिवलिंग में बेलपत्र चढ़ाने का तरीका

बेलपत्र को हमेशा उलटकर चिकनी वाली तरफ से शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए। आप चाहे तो ऊपर की तरफ चंदन से ऊं भी लिख सकते हैं। इससे अधिक लाभ मिलता है।

नहीं मिल रहा है बेलपत्र, तो करें ये काम

शिव पुराण के अनुसार, भगवान शिव को बेलपत्र अधिक प्रिय है। अगर आपको बेलपत्र नियमित रूप से नहीं मिल रहे हैं, तो एक ही बेलपत्र को गंगाजल या फिर साधारण जल से धुलकर चढ़ा सकते हैं। इससे भी पूर्ण लाभ मिलता है। इसके अलावा शिवलिंग पर दूसरों के द्वारा चढ़ाए गए बेलपत्र को भी धोकर चढ़ा सकते हैं।

Pic Credit- Instagram/shivasish.sahu/shivshakti_belabagan/

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