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Sawan 2024: सावन में जरूर करें बेलपत्र से जुड़े ये उपाय, शिव जी के साथ प्राप्त होगी मां लक्ष्मी की कृपा

शिव जी की भक्ति के लिए सावन का महीना बेहद खास माना जाता है। इस माह में श्रद्धाभाव से शिव जी की उपासना करने से साधक को शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। शिव जी की पूजा में बेलपत्र का मुख्य रूप से इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में आप सावन में शिव जी की कृपा के लिए कुछ उपाय कर सकते हैं।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Published: Fri, 14 Jun 2024 03:23 PM (IST)Updated: Fri, 14 Jun 2024 03:23 PM (IST)
Sawan 2024 सावन में जरूर करें बेलपत्र से जुड़े ये उपाय।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सावन का महीना बहुत ही पवित्र और विशेष माना जाता है। इस माह में विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है। इस साल सावन की शुरुआत 22 जुलाई, 2024 को सोमवार के दिन से हो रही है। यह महीना 19 अगस्त 2024 तक रहने वाला है। ऐसे में यदि आप इस माह में शिव जी के प्रिय माने गए बेलपत्र से जुड़े कुछ उपाय करते हैं, तो इससे आपको जीवन में उन्नति देखने को मिल सकती है।

जरूर करें ये काम

सावन के सोमवार के दिन भगवान शिव की विधि-विधान पूर्वक पूजा कर उन्हें बेलपत्र अर्पित करना चाहिए। सावन के महीने में घर में बेल का पौधा लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसा करने से साधक पर महादेव की कृपा बरसती है और साधक को धन-धान्य की कभी कमी नहीं रहती।

बना रहेगा सुख-समृद्धि

लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्ति के लिए सावन के महीने में 108 बेलपत्र लेकर उनपर चंदन से ॐ नमः शिवाय लिखें। इसके बाद इन बेलपत्रों को  शिवलिंग पर अर्पित कर दें। यह उपाय आपको लगभग 31 दिनों तक करना है। इस उपाय को करने से साधक के जीवन में सुख-शांति का वास बना रहता है।

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सावन में सोमवार के दिन शिवलिंग को स्नान कराएं और कम-से-कम 05 बेलपत्र चढ़ाएं। इसके साथ ही ऊं नम: शिवाय मंत्र का जप करते रहें। पूजा के बाद इन बेलपत्रों को ओम नमः शिवाय लिखकर तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से आपको महादेव के साथ-साथ देवी लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त हो सकती है, जिससे धन की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।


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