Sawan 2024: सावन में बेलपत्र से जुड़े नियमों का जरूर रखें ध्यान, तभी सफल मानी जाएगी पूजा
शिव जी की पूजा में बेलपत्र जरूरी रूप से अर्पित किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि शिव जी को जल और बेलपत्र अर्पित करने से भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं। ऐसे में सावन में शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाते समय कुछ नियमों का ध्यान जरूर रखना चाहिए ताकि आपके ऊपर भगवान भोलेनाथ की कृपा बनी रहे।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। शिव जी की प्रिय माह यानी सावन में शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाना बहुत ही शुभ माना जाता है। इससे महादेव की असीम कृपा प्राप्त होती है, जिससे साधक के जीवन में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि सावन में बेलपत्र से जुड़े किन नियमों का ध्यान रखना चाहिए।
इस दिन न तोड़े बेलपत्र
सावन में कभी भी सोमवार के दिन बेलपत्र नहीं तोड़ना चाहिए। क्योंकि मान्यताओं के अनुसार, इस दिन सभी देवी-देवता बेलपत्र में वास करते हैं और इन्हें तोड़ने से उनका अपमान माना जाता है। इसके साथ ही बेलपत्र को चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या तिथि के दिन तोड़ना भी शुभ नहीं माना जाता है।
इन बातों का भी रखें ध्यान
ऐसा माना जाता है कि बेलपत्र कभी भी बासी नहीं होता, इसलिए आप चढ़ाने से कुछ दिन पहले भी बेलपत्र तोड़कर रख सकते हैं और धोकर इसे शिवलिंग पर चढ़ा सकते हैं। इस बात का भी ध्यान रखें कि बेलपत्र को कभी भी टहनी के साथ अर्पित नहीं करना चाहिए।यह भी पढ़ें - Sawan 2024: पुत्र वियोग में जब शिव जी को लेना पड़ा था ज्योति रूप, ऐसी है मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की महिमा
इस तरह करें अर्पित
शिव जी को अर्पित करने के लिए हमेशा तीन पत्तियों वाला बेलपत्र ही लेना चाहिए। शिव जी को बेलपत्र अर्पित करने के लिए अंगूठे, अनामिका और मध्यमा अंगुली का ही इस्तेमाल करना चाहिए। मनोकामना पूर्ति के लिए शिवलिंग पर 11, 21, 51 या फिर 108 बेलपत्र अर्पित करना शुभ माना जाता है।यह भी पढ़ें - Sawan Vastu Tips: सावन में अपनाएं ये वास्तु टिप्स, कृपा बनाए रखेंगे भगवान शिव