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Sawan 2024: एक ऐसा मंदिर जहां भोलेनाथ पर गिरती है बिजली, कई टुकड़े के बाद फिर जुड़ जाता है शिवलिंग

सावन का महीना बेहद शुभ माना जाता है। यह हिंदुओं विशेषकर शिव भक्तों के लिए बहुत खास होता है। इस पूरे माह लोग भगवान शिव की आराधना करते हैं। इस साल सावन की शुरुआत 22 जुलाई 2024 से होगी तो आइए इस पावन अवसर के शुरू होने से पहले बिजली महादेव मंदिर की महिमा के बारे में जान लेते हैं।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Thu, 18 Jul 2024 04:05 PM (IST)
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Sawan 2024: बिजली महादेव मंदिर की महिमा -
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सावन, जिसे श्रावण माह के नाम से भी जाना जाता है। यह हिंदू कैलेंडर का सबसे महत्वपूर्ण महीना है। इस दौरान भक्त भगवान शिव की पूजा करते हैं। श्रावण माह (Sawan 2024) हिंदुओं, विशेषकर शिव भक्तों के लिए बहुत महत्व रखता है। ऐसी मान्यता है कि यह वही पावन समय है, जब देवों के देव महादेव धरती पर अपने भक्तों के कष्टों को दूर करने के लिए आते हैं।

इस साल सावन की शुरुआत 22 जुलाई से होगी। वहीं, जब सावन को कुछ ही दिन शेष रह गए हैं, तो आइए भारत के प्रसिद्ध शिव धाम बिजली महादेव मंदिर पर नजर डालते हैं, जिनकी महिमा का गुणगान दूर-दूर तक फैला हुआ है।

बिजली महादेव मंदिर

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में ऐसे कई दिव्य मंदिर विराजमान हैं, जिनकी महिमा का गुणगान जितना भी किया जाए, उतना कम है। आज हम बात कर रहे हैं कुल्लू (Kullu) घाटी के सुंदर गांव काशवरी में स्थित बिजली महादेव मंदिर (Bijli Mahadev Temple) की, जिसके चमत्कार की चर्चा दुनिया भर में है। इस पवित्र धाम में हजारों लोग हर साल दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। यह धाम 2460 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

हर 12 साल में गिरती है बिजली

ऐसा कहा जाता है कि इस कल्याणकारी मंदिर (Bijli Mahadev Mandir) में भोलेनाथ के ऊपर हर 12 साल में एक बार बिजली गिरती है, जिसके पश्चात शिवलिंग कई टुकड़ों में बंट जाता है, लेकिन इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि मंदिर के पुजारियों द्वारा एक प्राचीन लेप से जोड़े जाने पर यह शिवलिंग पुन: जुड़ जाता है। कहते हैं कि लेप के लिए कुछ प्राचीन सामग्री व दाल के आटे, अनाज और मक्खन आदि से बने पेस्ट का उपयोग किया जाता है।

हालांकि इस रहस्य को अभी तक कोई समझ नहीं पाया है। बता दें, इस पवित्र धाम में भक्तों की भारी मात्रा में भीड़ उमड़ती है। इसके साथ ही लोगों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।