Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Sawan 2024: सावन में न करें इन 3 चीजों का सेवन, जानिए कांवड़ यात्रा का महत्व

भगवान शिव की पूजा के लिए सावन का महीना बेहद शुभ माना जाता है। यह पूरा माह भगवान शिव को समर्पित है। इस दौरान भक्त विधिपूर्वक भगवान शिव की पूजा करते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह महीना भोलेनाथ को अति प्रिय है। ऐसे में इस दौरान शिव जी की आराधना अवश्य करनी चाहिए। इस साल सावन की शुरुआत 22 जुलाई से होगी।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Thu, 18 Jul 2024 11:40 AM (IST)
Hero Image
Sawan 2024: कांवड़ यात्रा का धार्मिक महत्व -

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में सावन का महीना बड़ा धार्मिक महत्व रखता है। यह आध्यात्मिक विकास और भक्ति का समय माना जाता है। इस दौरान शिव भक्त भगवान शिव की पूजा करते हैं। ऐसी मान्यता है कि जो लोग इस दौरान पड़ने वाले सोमवार का व्रत रखते हैं, उन्हें सुख और शांति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

इसके साथ ही घर में बरकत बनी रहती है, जैसे-जैसे सावन माह करीब आ रहा है, भक्तों की तैयारियां उतनी बढ़ती जा रही हैं, तो आइए इस दौरान होने वाली कांवड़ यात्रा का महत्व जानते हैं, जिससे भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं।

इस बार का सावन है बेहद शुभ

इस साल सावन की शुरूआत 22 जुलाई 2024, दिन सोमवार से होगी। इसके साथ ही इसकी समाप्ति 19 अगस्त 2024, दिन सोमवार को होगी। इस बार का सावन बेहद शुभ माना जा रहा है, क्योंकि इसकी शुरुआत सोमवार से हो रही है। ऐसे में इस पूरे माह भगवान शंकर की विधि अनुसार पूजा करें।

इन 3 चीजों का न करें सेवन

सावन के दौरान शराब, दूध, दही का सेवन करने से बचना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि यह व्यक्ति के लिए काफी नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है।

कांवड़ यात्रा का धार्मिक महत्व

कांवड़ यात्रा सावन के दौरान मनाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जिसका पालन शिव भक्त भावपूर्ण करते हैं। इस दौरान कांवरिया पवित्र नदियों से जल इकट्ठा करते हैं और इसे छोटे मिट्टी के बर्तनों में ले जाते हैं। इसके साथ ही वे केसरिया रंग के कपड़े पहनते हैं और पवित्र जल लेकर भगवान शिव को समर्पित मंदिरों में जाकर उसे अर्पित करते हैं।

ऐसा कहा जाता है कि इस यात्रा को करने से जीवन के सभी पाप धुल जाते हैं। साथ ही देवों के देव महादेव की कृपा प्राप्त होती है।

यह भी पढ़ें: Sawan 2024: सावन में पाना चाहते हैं भगवान शिव की असीम कृपा, तो करें इन मंत्रों का जाप

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।