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Sawan Purnima 2024: कब है सावन की पूर्णिमा? यहां जानें स्नान-दान का समय और शुभ योग

सावन माह की पूर्णिमा 19 अगस्त को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। ऐसा कहा जाता है जो लोग इस पवित्र दिन का व्रत रखते हैं और चंद्र देव को अर्घ्य देते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इसके साथ ही यह तिथि स्नान-दान के लिए बहुत शुभ मानी जाती है तो आइए शुभ मुहूर्त जानते हैं।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Fri, 16 Aug 2024 02:03 PM (IST)
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Sawan Purnima 2024: कब है सावन की पूर्णिमा?
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में सावन पूर्णिमा का बहुत ज्यादा महत्व है। इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु, माता लक्ष्मी, चंद्र देव और भोलेनाथ की पूजा होती है। इस साल सावन माह की पूर्णिमा 19 अगस्त को मनाई जाएगी। ऐसी मान्यता है कि इस दिन का व्रत करने से मनचाही इच्छाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही जीवन में शुभता का आगमन होता है।

वहीं, इस दिन (Sawan Purnima 2024) स्नान-दान और चंद्रमा को अर्घ्य जरूर देना चाहिए, क्योंकि इसके बिना पूर्णिमा का व्रत पूर्ण नहीं होता है, तो चलिए शुभ मुहूर्त जानते हैं -

सावन पूर्णिमा 2024 कब? (Sawan Purnima 2024 Date Muhurat)

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल सावन माह की पूर्णिमा 19 अगस्त 2024 को पड़ रही है। सावन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 19 अगस्त को सुबह 03 बजकर 43 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, यह तिथि रात्रि 11 बजकर 55 मिनट तक मान्य रहेगी। इस दिन दान-पुण्य का भी विशेष महत्व है। ऐसे में कोशिश करें इस तिथि पर ज्यादा से ज्यादा पूजा-पाठ करें।

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सावन पूर्णिमा 2024 शुभ योग (Sawan Purnima 2024 Shubh Yog)

ज्योतिषयों की मानें, तो सावन की पूर्णिमा पर शोभन योग का निर्माण हो रहा है, जो देर रात्रि 12 बजकर 45 तक रहेगा। वहीं, इस दिन स्नान का शुभ समय ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 04 बजकर 25 मिनट से लेकर सुबह 05 बजकर 09 मिनट के बीच होगा। इसके साथ ही सुबह 05 बजकर 53 मिनट से लेकर सुबह 08 बजकर 10 मिनट के बीच भी स्नान किया जा सकता है।

इसके अलावा इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 01 बजकर 53 मिनट से लेकर सुबह 08 बजकर 10 मिनट तक रहेगा।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।