Sawan Somwar Vrat 2024: सोमवार व्रत के फलाहार में इन चीजों का करें सेवन, प्राप्त होगी महादेव की कृपा
सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार को व्रत किया जाता है और सुख-शांति की प्राप्ति के लिए महादेव की उपासना की जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से शिव जी प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं। सावन का दूसरा सोमवार व्रत आज यानी 29 जुलाई (Sawan Somwar Vrat 2O24 Date) को है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि व्रत में किन चीजों का सेवन किया जा सकता है?
धर्म डेस्क,, नई दिल्ली। Sawan Second Somwar 2024: पंचांग के अनुसार, सावन का महीने 22 जुलाई से शुरू हो गया है, जिसका समापन 19 अगस्त को होगा। यह महीना देवों के देव महादेव को बेहद प्रिय है। इस माह में महादेव का विशेष अभिषेक और सोमवार व्रत किया जाता है।
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सावन सोमवार व्रत में क्या खाना चाहिए (Sawan somwar vrat me kya khana chahiye)
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सावन के सोमवार व्रत में फल का सेवन कर सकते हैं जैसे- आम, सेब और केला आदि।
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इसके अलावा फलाहार में दूध और दही को भी शामिल किया जा सकता है।
- व्रत के दौरान कच्चा नारियल और नारियल पानी पी सकते हैं।
- सावन सोमवार व्रत का फलाहार शाम को किया जाता है। इस दौरान आलू से बनी हुई चीजों का सेवन कर सकते हैं। साथ ही फलाहार में साबूदाने की खिचड़ी या खीर को शामिल किया जा सकता है।
सावन सोमवार व्रत से मिलते हैं ये फायदे (Sawan somwar vrat ke fayde)
सनातन धर्म में सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है। इसलिए सावन के सोमवार को अधिक महत्वपूर्ण माना गया है। धार्मिक मान्यता है कि सावन सोमवार व्रत को करने से साधक की सभी मुरादें पूरी होती हैं और जीवन में खुशियों का आगमन होता है। साथ ही व्रत को करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।भगवान शिव को लगाएं ये भोग (Lord shiv bhog)
सावन में रोजाना सुबह जल्दी उठना चाहिए और स्नान कर महादेव की पूजा करें। इसके बाद हलवा, दही, भांग, पंचामृत, शहद, दूध, खीर, मालपुआ और ठंडई समेत आदि चीजों का भोग लगाएं। माना जाता है कि ये सभी चीजें महादेव को प्रिय हैं। ऐसे में इन चीजों को अर्पित करने से भोलेबाबा जल्द प्रसन्न हो सकते हैं।
अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।
भोग लगाते समय इस मंत्र का करें जाप (Bhog Mantra)
त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये। गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।।इस मंत्र का अर्थ है कि हे भगवान जो भी मेरे पास है। वो आपका दिया हुआ है। मैं आपको दिया हुआ अर्पित करता हूं। मेरे इस भोग को आप स्वीकार करें।यह भी पढ़ें: Trigrahi Yog 2024: वृषभ राशि में होगा त्रिग्रही योग का निर्माण, 3 राशियों के बनेंगे सारे बिगड़े कामअस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।