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Sawan Shivratri Vrat 2023: कब है पवित्र सावन अधिक मास में शिवरात्रि व्रत? जानिए तिथि और शुभ मुहूर्त

Sawan Shivratri Vrat 2023 श्रावन अधिक मास में पूजा-पाठ और व्रत-त्योहारों का विशेष महत्व है। बता दें कि अधिक मास में रखा जाने वाले शिवरात्रि व्रत के दिन भगवान शिव की उपासना करने से साधक को विशेष लाभ प्राप्त होता है। बता दें कि श्रावण अधिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन सावन अधिक शिवरात्रि व्रत रखा जाएगा। जानते हैं तिथि शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।

By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Fri, 11 Aug 2023 11:44 AM (IST)
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Sawan Shivratri Vrat 2023: सावन अधिक मास में इस दिन रखा जाएगा सावन शिवरात्रि व्रत।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क । Sawan Shivratri Vrat 2023: श्रावन मास में भगवान शिव की उपासना का विशेष महत्व है। शास्त्रों में बताया गया है कि सावन का पवित्र महीना भगवान शिव को सर्वाधिक प्रिय है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन के महीने में भगवान शिव की उपासना करने से साधक को विशेष लाभ प्राप्त होता है और जीवन में आ रही कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं। बता दें कि शिव जी की उपासना के लिए शिवरात्रि व्रत को बहुत ही फलदाई माना जाता है। पंचांग के अनुसार, श्रावन अधिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन अधिक मासिक शिवरात्रि व्रत रखा जाएगा। आइए जानते हैं, कब रखा जाएगा सावन अधिक मास का मासिक शिवरात्रि व्रत?

सावन अधिक शिवरात्रि व्रत 2023 तिथि

वैदिक पंचांग के अनुसार, श्रावन अधिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 14 अगस्त सुबह 10 बजकर 25 मिनट से शुरू होगी और 15 अगस्त दोपहर 12 बजकर 42 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। ऐसे में सावन अधिक शिवरात्रि व्रत 14 अगस्त 2023, सोमवार के दिन रखा जाएगा। साथ ही इस दिन सावन अधिक मास का चतुर्थ सोमवार व्रत का भी अद्भुत संयोग बन रहा है।

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सावन अधिक शिवरात्रि व्रत 2023 शुभ मुहूर्त

पंचांग में बताया गया है कि सावन अधिक शिवरात्रि व्रत के दिन सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और पुनर्वसु नक्षत्र का निर्माण हो रहा है। इस दिन सिद्धि योग दोपहर 04 बजकर 40 मिनट तक रहेगा। वहीं पुनर्वसु नक्षत्र सुबह 11 बजकर 07 मिनट तक रहेगा। वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 11 बजकर 07 मिनट से 15 अगस्त से 05 बजकर 50 मिनट तक रहेगा।

सावन अधिक शिवरात्रि व्रत के दिन सावन सोमवार व्रत का संयोग

इस वर्ष पुरुषोत्तम मास में शिवरात्रि व्रत के दिन सावन अधिक मास का चौथा सोमवार व्रत भी रखा जाएगा। जिस वजह से इस दिन का महत्व और अधिक बढ़ गया है। इस शुभ अवसर पर उपवास रखने से साधकों को विशेष फल प्राप्त होगा।

सावन अधिक शिवरात्रि व्रत का महत्व

शास्त्रों में यह विदित है कि जो व्यक्ति श्रावन मास में शिवरात्रि व्रत एवं सोमवार व्रत का पालन करता है, उन्हें जीवन में सुख-समृद्धि और अक्षय पुण्य के समान फल की प्राप्ति होती है। पंचांग के अनुसार, इस वर्ष अधिक मास शिवरात्रि व्रत के दिन सावन सोमवार व्रत भी रखा जाएगा। ऐसे में इस दिन पूजा-पाठ और भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से साधकों को विशेष लाभ प्राप्त होगा।

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डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहे।