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Sawan 2024: कब है सावन का पहला सोमवार, जानें भगवान शिव की पूजा विधि

सावन का महीना भगवान शिव का प्रिय महीना जाता है। वर्ष 2024 में सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू होगा और इसका समापन 19 अगस्त को होगा। मान्यता है कि सावन सोमवार के दिन भगवान शिव की विधिपूर्वक उपासना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं सावन का प्रथम सोमवार की डेट और पूजा विधि के बारे में।

By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Tue, 11 Jun 2024 10:05 AM (IST)
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Sawan 2024: कब है सावन का पहला सोमवार, जानें भगवान शिव की पूजा विधि
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Sawan Somwar 2024 Date: सावन के महीने का शिव भक्तों को बेसब्री से इंतजार रहता है। इस माह में देवों के महादेव और मां पार्वती की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही सोमवार व्रत भी किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि सोमवार व्रत कर भगवान शिव की पूजा करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। 

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इस दिन पड़ रहा है सावन का पहला सोमवार (Sawan Somwar 2024 Date)

सावन का महीना भगवान शिव को प्रिय है। मान्यता है कि सच्चे मन से सावन सोमवार व्रत करने से महादेव की कृपा प्राप्त होती है। पंचांग के अनुसार, आषाढ़ पूर्णिमा 21 जुलाई को पड़ रही है। इसके अगले दिन यानी 22 जुलाई से सावन का महीना शुरू होगा। इसी दिन (22 जुलाई) सावन का पहला सोमवार व्रत पड़ रहा है।

इस तरह करें भगवान की पूजा (Sawan Somwar Puja Vidhi)

सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठें और दिन की शुरुआत देवी-देवताओं के ध्यान से करें। इसके बाद स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें। अब विधिपूर्वक भगवान शिव का अभिषेक करें और व्रत का संकल्प लें। इसके बाद उन्हें गंध, पुष्प, धूप, बेलपत्र, अक्षत आदि चीजें अर्पित करें। देशी घी का दीपक जलाकर आरती करें और महादेव के मंत्रों का जप करें। इस दिन शिव चालीसा का पाठ करना बेहद फलदायी साबित होता है। प्रभु को प्रिय भोग भांग, फल और मिठाई समेत आदि चीजों का भोग लगाएं।

पूजा के दौरान करें इन मंत्रों का जप (Lord Shiv Mantra)

नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय । नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै नकाराय नम: शिवाय ।।

शिवाय गौरीवदनाब्जवृन्द सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय। श्रीनीलकण्ठाय वृषध्वजाय तस्मै शिकाराय नम: शिवाय ।।

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अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।