Vinayak Chaturthi 2024: भगवान गणेश की भोग थाली में शामिल करें प्रिय चीजें, सभी मुरादें होंगी पूरी
पंचाग के अनुसार सावन के महीने में विनायक चतुर्थी का पर्व 08 अगस्त को मनाया जाएगा। धार्मिक मत है कि इस दिन भगवान गणेश की उपासना करने से जीवन के संकट दूर होते हैं। अगर आप भी गणपति बप्पा का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं तो गणेश जी की भोग थाली में प्रिय चीजों को शामिल करें। इससे जातक को सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होगी।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Sawan Vinayak Chaturthi 2024: सनातन धर्म में विनायक चतुर्थी का खास महत्व है। हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर भगवान गणेश की पूजा और व्रत करने का विधान है। सावन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि चतुर्थी तिथि पर भगवान गणेश की उपासना करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। पूजा के दौरान प्रभु को भोग लगाने से सभी मुरादें पूरी होती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि विनायक चतुर्थी के दिन गणपति बप्पा को किन चीजों का भोग लगाना चाहिए?
भगवान गणेश जी के भोग (Lord Ganesha Favourite Bhog)
- विनायक चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान कर विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करें। इस दौरान देशी घी का दीपक जलाकर आरती करें। भोग थाली में प्रभु की प्रिय चीजों को शामिल करें। अगर आप अपनी मनोकामनएं पूरी करना चाहते हैं, तो भगवान गणेश को मोदक का भोग लगाएं। इससे वह प्रसन्न होते हैं और साधक की मुरादें पूर्ण करते हैं।
- गणपति बप्पा को मोतीचूर के लड्डू भी अधिक प्रिय है। उन्हें आप मोतीचूर के लड्डू का भोग लगा सकते हैं। इसके अलावा फल और मिठाई को भोग में शामिल कर उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं। इससे प्रेम संबंध भी मजबूत होते हैं।
- सनातन धर्म में नारियल का इस्तेमाल पूजा-पाठ में किया जाता है। ऐसे में गणपति बप्पा के भोग में नारियल को शामिल कर सकते हैं। इससे साधक को पूजा का शुभ फल प्राप्त होता है।
विनायक चतुर्थी शुभ मुहूर्त (Vinayak Chaturthi Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार, सावन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 07 अगस्त को देर रात 10 बजकर 05 मिनट से होगी। वहीं, इसका समापन 09 अगस्त को देर रात 12 बजकर 36 मिनट पर होगा। इस दिन चन्द्रास्त का समय रात 09 बजकर 27 मिनट पर है। साधक 08 अगस्त को चतुर्थी व्रत रख सकते हैं।भोग लगाते समय इस मंत्र का करें जप (Bhog Mantra)
त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये। गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।।यह भी पढ़ें: Vinayak Chaturthi 2024: कब है सावन महीने की विनायक चतुर्थी? नोट करें शुभ मुहूर्त एवं योग
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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