Sawan Vinayaka Chaturthi 2023: श्रावन मास का अंतिम चतुर्थी व्रत कब? जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व
Vinayaka Chaturthi 2023 श्रावण मास में व्रत और पूजा-पाठ का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन के पवित्र महीने में भगवान शिव और उनके समस्त परिवार की उपासना करने से साधक को विशेष लाभ मिलता है। इसी प्रकार सावन मास में विनायक चतुर्थी व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान गणेश की विधिपूर्वक उपासना की जाती है।
By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Thu, 10 Aug 2023 10:47 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क । Sawan Vinayaka Chaturthi 2023: सनातन धर्म में भगवान गणेश को प्रथम देवता के रूप में पूजा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रत्येक माह की चतुर्थी तिथि के दिन भगवान गणेश को समर्पित संकष्टी अथवा विनायक चतुर्थी व्रत रखने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। साथ ही साधक को बाल एवं बुद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रावण शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन सावन विनायक चतुर्थी व्रत रखा जाएगा। इस विशेष दिन पर भगवान गणेश की विधिवत उपासना करने से साधक को बल, बुद्धि एवं विद्या का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आइए जानते हैं, कब है विनायक चतुर्थी व्रत, शुभ मुहूर्त और महत्व?
सावन विधायक चतुर्थी 2023 तिथि
हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 19 अगस्त रात्रि 10:19 से प्रारंभ होगी और इस तिथि का समापन 21 अगस्त रात्रि 12:21 पर हो जाएगा। ऐसे में विनायक चतुर्थी व्रत 20 अगस्त 2023, रविवार के दिन रखा जाएगा। इस विशेष दिन पर दो अत्यंत शुभ योग 'साध्य' और 'शुभ' योग का निर्माण हो रहा है। साथ ही इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और रवि योग का भी निर्माण हो रहा है। जिस वजह से व्रत का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
Surya Gochar 2023: 17 अगस्त के दिन सिंह राशि में प्रवेश करेंगे सूर्य, इन राशियों को मिलेगा लाभ
विनायक चतुर्थी व्रत महत्व
वैदिक शास्त्रों में बताया गया है कि विनायक चतुर्थी व्रत रखने से साधक को भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त होता है और पारिवारिक जीवन में सुख एवं समृद्धि आती है। यह व्रत रखने से छात्रों को बल, बुद्धि एवं विद्या का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही जीवन में आ रही कई प्रकार की समस्याएं भी दूर हो जाती हैं। मान्यता यह भी है विनायक चतुर्थी व्रत रखने से कई प्रकार के ग्रह दोष दूर हो जाते हैं और भगवान गणेश की कृपा सदैव साधक पर बनी रहती है।
Malmas Amavasya 2023 Date: मलमास अमावस्या तिथि कब? जानिए डेट, शुभ मुहूर्त और इस दिन का महत्व
डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहे।