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Guru Tegh Bahadur Martyrdom Day 2022: गुरु तेग बहादुर के अमूल्य विचार, जो आपको देंगे जीने की सही राह

Guru Tegh Bahadur Martyrdom Day 2022 हर साल 24 नवंबर को गुरु तेग बहादुर का शहादत दिवस मनाया जाता है। गुरु तेग बहादुर नौवें सिख गुरु थे। जानिए शहीदी दिवस के मौके पर गुरु तेग बहादुर जी के कुछ अनमोल विचार।

By Shivani SinghEdited By: Updated: Thu, 24 Nov 2022 08:05 AM (IST)
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Guru Tegh Bahadur's Martyrdom Day 2022: गुरु तेग बहादुर के अमूल्य विचार, जो आपको देंगे जीने की सही राह

नई दिल्ली, Guru Tegh Bahadur's Martyrdom Day 2022: सिखों के नौवें गुरु तेग बहादुर सिंह का शहादत दिवस आज मनाया जा रहा है। इस दिवस को शहीदी दिवस के रूप में मनाते हैं गुरु तेग बहादुर नौवें सिख गुरु थे और सिख धर्म के संस्थापकों में से एक थे। गुरु तेग बहादुर जी का जन्म 1621 में अमृतसर में हुआ था। उनके पिता छठे सिख गुरु, गुरु हरगोबिंद थे। वह एक कवि और गहरे आध्यात्मिक थे। उनकी बहादुरी, गरिमा, मानवता, गरिमा और मृत्यु आदि के बारे में विस्तार से लिखा है जिन्हें गुरु ग्रंथ साहिब में शामिल किया गया है। मुगलों के खिलाफ बहादुरी से लड़े गुरु तेग बहादुर जी की पुण्यतिथि पर पढ़ें उनके कुछ अनमोल विचार।

गुरु तेग बहादुर जी के अनमोल विचार

  • गलतियां हमेशा क्षमा की जा सकती हैं, यदि आपके पास उन्हें स्वीकारने का साहस हो।
  • अपने सिर को छोड़ दो, लेकिन उन लोगों को त्यागें जिन्हें आपने संरक्षित करने के लिए किया है। अपना जीवन दो, लेकिन अपना विश्वास छोड़ दो।
  • आध्यात्मिक मार्ग पर दो सबसे कठिन परीक्षण हैं, सही समय की प्रतीक्षा करने का धैर्य और जो सामने आए उससे निराश ना होने का साहस।
  • सफलता कभी अंतिम नहीं होती, विफलता कभी घातक नहीं होती, इनमें जो मायने रखता है वो है साहस।
  • एक सज्जन व्यक्ति वह है जो अनजाने में किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचाए।
  • एक सज्जन व्यक्ति वह है जो अनजाने में किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचाए।
  • दिलेरी डर की गैरमौजूदगी नहीं. बल्कि यह फैसला है कि डर से भी जरूरी कुछ है।
  • हार और जीत यह आपकी सोच पर निर्भर है, माव लो तो हार है छान लो तो जीत है।
  • डर कहीं और नहीं, बस आपके दिमाग में होता है।

Pic Credit- Twitter/ DrRPNishank

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