Shani Dev Bhog: भगवान शनि देव को लगाएं इन चीजों का भोग, मिलेंगे कई शुभ परिणाम
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव कर्मों के अनुरूप फल देते हैं। उत्तम कर्म करने वाले साधक को शुभ फल देते हैं। शनिवार के दिन भगवान शनि देव की अर्चना करनी चाहिए और उनको विशेष चीजों का भोग लगाना चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार विशेष चीजों का भोग लगाने से शनि देव प्रसन्न होते हैं। चलिए जानते हैं कि शनि देव को किन चीजों का भोग लगाना फलदायी होता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Shani Dev Bhog: सनातन धर्म में शनिवार का दिन भगवान शनि देव को प्रिय है। इस दिन शनि देव की पूजा करने का विधान है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि देव कर्मों के अनुरूप फल देते हैं। उत्तम कर्म करने वाले साधक को शुभ फल देते हैं। वहीं, बुरे कर्म करने वाले को दंडित करते हैं। उनकी कृपा बरसने से व्यक्ति धनवान बन जाता है। वहीं, कुदृष्टि पड़ने से व्यक्ति को जीवन में ढेर सारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। शनिवार के दिन भगवान शनि देव की विधिपूर्वक अर्चना करनी चाहिए और उनको विशेष चीजों का भोग लगाना चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार, विशेष चीजों का भोग लगाने से शनि देव प्रसन्न होते हैं। चलिए जानते हैं कि शनि देव को किन चीजों का भोग लगाना फलदायी होता है।
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इन चीजों का लगाएं भोग
भगवान शनि देव के भोग में तिल, गुड़, खिचड़ी, काले तिल से बनी चीजें और गुलाब जामुन का भोग लगाना चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भोग सात्विक और शुद्ध हो। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इन चीजों का भोग लगाने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और इंसान की कुंडली से शनि दोष, साढ़ेसाती और ढैय्या का बुरा प्रभाव कम होता है।
न खरीदें ये चीजें
शनिवार के दिन सरसों का तेल खरीदने से बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस दिन तेल खरीदने से इंसान को जीवन में कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा लोहे का सामान खरीदने से भी बचें।
न करें ये कामशनिवार का दिन शनिदेव का प्रिय होता है। इस दिन कुछ बातों का अवश्य ध्यान रखें। शनिवार को बाल काटना, नाखून काटना, बाल धोना भी वर्जित है।इन मंत्रों का करें जाप शनि गायत्री मंत्रओम भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्शनि आह्वान मंत्रनीलाम्बरः शूलधरः किरीटी गृध्रस्थित स्त्रस्करो धनुष्टमान् |
चतुर्भुजः सूर्य सुतः प्रशान्तः सदास्तु मह्यां वरदोल्पगामी ||यह भी पढ़ें: Falgun Amavasya 2024: फाल्गुन अमावस्या के दिन करें पितृ स्तोत्र और कवच का पाठ, पितृ दोष से मिलेगी मुक्ति
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