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Shani Dev Upay 2023: नए साल में शनि ग्रह से जुड़े दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए जरूर करें ये आसान उपाय

Shani Dev Upay 2023 ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि जब कुंडली में शनि देव नीच स्थान पर रहते हैं तो इसका प्रभाव जातकों पर नकारात्मक रूप से पड़ता है। ऐसे में नए साल में शनि गोचर के इन उपायों का करें पालन।

By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Tue, 27 Dec 2022 08:41 PM (IST)
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Shani Dev ke Upay: शनि गोचर के दुष्प्रभाव से बचने के लिए करें ये उपाय।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Shani Dev Upay, Shani Gochar 2023: नया साल अब अपने अंतिम चरणों में है। जहां एक तरफ लोग नए साल के स्वागत में जुटे हुए हैं। वहीं वह यह भी कामना कर रहे हैं कि उनके लिए आने वाला साल खुशियों से भरा रहे। बता दें कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नए साल के शुरुआत में शनि देव कुंभ राशि में गोचर करेंगे। इस ग्रह गोचर से सभी राशियों के जीवन पर प्रभाव पड़ेगा। ऐसे में नए साल में शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कुछ उपाय बताए गए हैं। जिन्हें बहुत ही फलदायक माना जाता है। आइए जानते हैं शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय और मंत्र।

शनि गोचर तिथि (Shani Gochar 2023 Date)

ज्योतिष गणना के अनुसार शनिदेव 17 जनवरी 2022, मंगलवार को मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में गोचर करने जा रहे हैं। शनि गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर सकारात्मक और नकारात्मक रूप से पड़ेगा। जिन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती व ढैया चल रही है, उन्हें इस साल कुछ उपाय करने चाहिए। जिससे वह शनि ग्रह का प्रकोप कम कर सकते हैं।

शनि देव को प्रसन्न करने के उपाय (Shani Dev ke Upay)

करें हनुमान जी की पूजा- शास्त्रों में बताया गया है कि शनिदेव के प्रकोप से बचने के लिए नितदिन हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। नए साल के पहले दिन से ही रोजाना उनकी उपासना करें और नितदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें। मान्यता है कि ऐसा करने से आने वाले साल में व्यक्ति को बड़ी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।

पीपल के पेड़ की पूजा- ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि संध्या काल में पीपल के पेड़ के पास सरसों के तेल का दीपक जलाने से आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं। साथ ही कुंडली में शनि ग्रह का प्रकोप भी कम हो जाता है। इसलिए नए साल में इस उपाय को करना ना भूलें। ऐसा करने से शनिदेव का आशीर्वाद जातक को मिलता है।

नित दिन करें इन मंत्रों का जाप- कुंडली में शनिदेव के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए रोजाना 'ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः' और 'ॐ शं शनिश्चरायै नमः' इन मंत्रों का जाप जरूर करें। साथ ही हर दिन और खासकर शनिवार के दिन 'शनि चालीसा' और शनि देव की आरती करें।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।