Move to Jagran APP

Shani Dosh Upay: इन राशियों पर सबसे अधिक पड़ता है शनि दोष का प्रभाव, बचाव के लिए करें ये उपाय

न्याय के देवता कहे जाने वाले शनि देव के लिए शनिवार का दिन समर्पित माना गया है। वहीं ज्योतिष शास्त्र में माना गया है कि शनि दोष का प्रभाव कुछ राशियों पर अधिक पड़ता है। तो चलिए जानते हैं कि वह राशियां कौन-सी हैं और किस तरीके से इन राशियों के जातक शनि दोष के प्रभाव को कम कर सकते हैं।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Sat, 13 Jul 2024 10:57 AM (IST)
Hero Image
Shani Dosh Upay इन राशियों पर सबसे अधिक पड़ता है शनि दोष का प्रभाव।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। ऐसा माना जाता है कि किसी जातक की कुंडली में शनि दोष होने पर उसे जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस वजह से किसी भी कार्य में सफलता पाने में भी दिक्कतें आने लगती हैं। तो चलिए जानते हैं कि किस प्रकार आप शनि दोष के प्रभाव को कम कर सकते हैं।

इन राशियों को होता है नुकसान

ज्योतिष शास्त्र की मान्यता के अनुसार, शनि दोष का सबसे ज्यादा प्रभाव वृश्चिक और मेष राशि के जातकों पर पड़ता है। शनि के दुष्प्रभाव से इन राशियों को धन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही इन जातकों के रिश्तो में भी दरार पैदा होने लगती है। साथ ही महत्वपूर्ण कार्यों में भी रुकावट पैदा होने लगती है।

करें ये उपाय

वृश्चिक और मेष राशि के जातकों को शनिदेव के प्रकोप से बचने के लिए शनि देव की पूजा-अर्चना करनी चाहिए। इसके साथ ही आप शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के पास सरसों के तेल का दीपक भी जला सकते हैं। ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और शनि दोष का प्रभाव कम होता है।

यह भी पढ़ें - Jaya Parvati Vrat 2024: जीवनसाथी के साथ अनबन होगी दूर, जया पार्वती व्रत के दिन करें ये खास उपाय

करें इस मंत्र का जाप

मेष और वृश्चिक राशि के जातक को शनि दोष दूर करने के लिए इस खास मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र के जाप के लिए शनिवार के दिन सुबह उठकर स्नान करने के बाद काले वस्त्र धारण करें और इसके बाद शनिदेव का ध्यान करते हुए इस मंत्र का जाप करें -

ॐ शं शनिश्चराय नम:

यह भी पढ़ें - Shani Dev: शनि दोष से बचने के लिए ऐसे करें शनिवार के दिन पूजा, जल्द मिलेगी राहत

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।