Shani ki Mahadasha: क्या आपकी कुंडली में शुरू हो चुकी है शनि की महादशा? जानें-लक्षण और कारगर उपाय
Shani ki Mahadasha कुंडली में अशुभ ग्रहों के प्रभाव के चलते जातक को जीवन में ढेर सारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। इनमें शनि सबसे अधिक ताकतवर है। शनिदेव को न्याय का देवता और कर्मफल दाता भी कहा जाता है। शनि देव अच्छे कर्म करने वाले को शुभ फल देते हैं तो बुरे कर्म करने वाले को दंड देते हैं।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Tue, 29 Aug 2023 04:32 PM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Shani ki Mahadasha: सनातन धर्म में ज्योतिष शास्त्र का विशेष महत्व है। ज्योतिष कुंडली विश्लेषण कर भविष्य की गणना करते हैं। कुंडली में अशुभ ग्रहों के प्रभाव के चलते जातक को जीवन में ढेर सारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। इनमें शनि सबसे अधिक ताकतवर हैं। शनिदेव को न्याय का देवता और कर्मफल दाता भी कहा जाता है। अच्छे कर्म करने वाले को शनिदेव शुभ फल देते हैं, तो बुरे कर्म करने वाले को दंड देते हैं। ज्योतिषियों की मानें तो शनि की महादशा चलने पर जातक के व्यव्यहार में विशेष बदलाव देखने को मिलता है। साथ ही आर्थिक स्थिति भी डगमगा जाती है। आइए, शनि की महादशा के लक्षण और कारगर उपाय जानते हैं-
शनि की महादशा के लक्षण
- ज्योतिषियों की मानें तो शनि की महादशा शुरू होने पर व्यक्ति को नशे की आदत लग जाती है। कई जातक शौक पूरा करने के लिए भी नशीली चीजों का सेवन करने लगते हैं। अगर आपको अचानक से नशे की लत लग गई है, तो समझ लें कि शनि की महादशा की शुरुआत हो चुकी है।- अगर आपका कोई कीमती सामान गुम हो जाता है या खो जाता है, तो समझें की शनि की महादशा शुरू हो चुकी है। कई बार कीमती सामान टूट भी जाता है। आसान शब्दों में कहें तो अगर बड़ा आर्थिक नुकसान हो रहा है, तो शनि की महादशा चल रही है।
- अगर जीवन में अचानक से कोई अनहोनी हो जाए, तो ये संकेत है कि आपकी कुंडली में शनि की महादशा चल रही है। घर में चोरी होना, बड़ी बीमारी होना, सामान खोना आदि शनि की महादशा के लक्षण हैं।- वास्तु दोष लगने पर परिवार के सदस्यों के मध्य कलह की स्थिति रहती है। अगर वास्तु दोष निवारण के बावजूद परिवार के सदस्यों के मध्य रिश्ते मधुर नहीं है, तो समझ लें कि शनि की महादशा चल रही है।
शनि महादशा के उपाय
- अगर आपकी कुंडली में शनि की महादशा चल रही है, तो हर शनिवार के दिन पीपल के पेड़ में जल का अर्घ्य दें। साथ ही सरसों के तेल का चौमुखी दीपक जलाकर तीन बार परिक्रमा करें। इस उपाय को करने से भी शनि देव की कृपा बरसती है।
- शनिवार के दिन विधि-विधान से शनि देव की पूजा उपासना करें। साथ ही शनि चालीसा का पाठ करें। इस उपाय को करने से शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।- शनि की महादशा के दौरान गरीब, असहाय और महिलाओं का अपमान न करें। वहीं, रोजाना महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।- शनिदेव की कृपा दृष्टि पाने के लिए हर शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें। साथ ही सुंदरकांड का पाठ करें।डिसक्लेमर-'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '