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Shani Ki Priya Rashi: ये हैं शनि देव की प्रिय राशियां, सदैव बनी रहती हैं इन पर न्याय देवता की कृपा

Shani Dev Favourite Zodiac Sign शनि देव को नवग्रहों में न्याय का देवता कहा जाता है। बता दें कि शनि देव जातक को कर्म के अनुसार फल प्रदान करते हैं। जिस व्यक्ति के कर्म अच्छे होते हैं उन्हें शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त होगी। साथ ही कुछ राशियां ऐसी भी हैं जिनपर शनि देव की कृपा दृष्टि हर समय बनी रहती है। आइए जानते हैं-

By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Fri, 28 Jul 2023 06:34 PM (IST)
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Shani Ki Priya Rashi: जानिए शनि देव की प्रिय राशियां।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क । Shani Ki Priya Rashi: ज्योतिष शास्त्र में शनि देव के विषय में विस्तार से बताया गया है। साथ ही यह भी बताया है कि शनि को कर्म का देवता भी कहा जाता है। इसका अर्थ यह है कि शनि देव जातक को कर्मों के अनुसार, फल प्रदान करते हैं। जिस जातक के कर्म अच्छे होते हैं, उनपर शनि देव की कृपा दृष्टि बनी रहती है और जो बुरे कर्मों में लिप्त रहता है, उन्हें शनि के प्रकोप का सामना करना पड़ता है। लेकिन ज्योतिषविदों के अनुसार, कुछ राशियां ऐसी हैं, जिनपर शनि देव की कृपा निरंतर बनी रहती है। आइए जानते हैं शनि देव की प्रिय राशियां।

शनि देव की प्रिय राशि

  • तुला राशि- शनि देव की प्रिय राशियों में तुला राशि की गणना जरूर होती है। तुला राशि को शनि ग्रह की उच्च राशि भी कहा जाता है। ऐसे में तुला राशि के जातकों पर शनि देव की कृपा दृष्टि निरंतर बनी रहती है। इसलिए तुला राशि के जातकों के जीवन में यदि कठिनाइयां आती हैं तो उन्हें लंबे समय तक इससे जूझना नहीं पड़ता है।

  • मकर राशि- मकर राशि भी शनि देव की राशियों में आती है। इस राशि पर शनि के अशुभ प्रभाव नहीं पड़ते हैं। इसके पीछे यह कारण है कि शनि देव मकर राशि के स्वामी हैं। इसलिए जब शनि कुंडली में शुभ स्थान पर होते हैं तो इस राशि को सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त होती है।

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  • कुंभ राशि- कुंभ राशि का नाम भी शनि देव की प्रिय राशियों में लिया जाता है। इस राशि पर शनि की शुभ दृष्टि बनी रहती है। साथ ही जातकों को सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। शनि देव की कृपा से कुंभ राशि को आकस्मिक धनलाभ भी होता है।

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।