Shani Pradosh Vrat 2023: शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से पाना चाहते हैं छुटकारा तो जरूर करें ये उपाय
Shani Pradosh Vrat 2023 श्रावण मास में शनि प्रदोष व्रत 15 जुलाई के दिन रखा जाएगा। मान्यता है कि इस विशेष दिन पर पूजा-पाठ करने से जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती है और साधकों को सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Fri, 14 Jul 2023 11:33 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क । Shani Pradosh Vrat 2023: हिन्दू पचांग के अनुसार प्रत्येक मास के त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान शिव की उपासना के लिए समर्पित प्रदोष व्रत रखा जाता है। बता दें की श्रावण मास का पहला और महत्वपूर्ण प्रदोष व्रत कल यानी 15 जुलाई 2023, शनिवार के दिन रखा जाएगा। शनिवार का दिन पड़ने के कारण इसे शनि प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाएगा। मान्यता है कि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की उपासना करने से जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही इस विशेष दिन पर शनि देव की उपासना का भी विशेष महत्व है। इस विशेष दिन पर शनि ग्रह से संबंधित कुछ उपाय करने से शनि की साढ़ेसाती व ढैय्या के दुष्प्रभाव से बचा जा सकता है।
शनि प्रदोष व्रत 2023 पर ये राशियां करें उपाय
ज्योतिषविदों के अनुसार, वर्तमान समय में मेष और वृश्चिक राशि के कुंडली में शनि ढैय्या का प्रकोप पड़ रहा है। इसके साथ मकर, कुंभ और मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में इन राशियों के लिए शनि प्रदोष व्रत को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव के साथ-साथ शनि देव की उपासना करने से शनि के अशुभ प्रभावों से छुटकारा मिल सकता है।
शनि प्रदोष व्रत 2023 पर करें ये उपाय
शास्त्रों में बताया गया है कि शनि प्रदोष व्रत के दिन विधि-विधान से भगवान शिव की उपासना व जलाभिषेक करना चाहिए। इसके साथ इस दिन शनि देव को सरसों का तेल अर्पित करने से कुंडली में शनि प्रबल होते हैं। साथ ही शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से प्रभावित जातकों को शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना चाहिए और दान-धर्म करना चाहिए। ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं।डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
शास्त्रों के अनुसार, शनि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव के साथ-साथ शनि देव उपासना करने से विशेष लाभ मिलता है।
मान्यता है कि प्रदोष व्रत रखने से जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती है और साधक को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।