Shani Sade Sati And Dhaiya: साल 2025 तक इन तीन राशियों को रहना होगा संभलकर, करना पड़ेगा शनि के प्रकोप का सामना
Shani Sade Sati And Dhaiya शनिदेव इस समय मकर राशि में मार्गी हैं और 17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ऐसे में कई राशियों को शनि की साढ़े साती और ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी। लेकिन ये राशियां संभलकर रहें।
By Shivani SinghEdited By: Updated: Fri, 25 Nov 2022 10:46 AM (IST)
नई दिल्ली, Shani Sade Sati And Dhaiya: शनि ग्रह को न्याय और कर्म फल दाता माना जाता है। माना जाता है कि शनिदेव व्यक्ति के अच्छे बुरे कर्मों के हिसाब से उसे शुभ या फिर अशुभ फल देते हैं। नवग्रह में शनि एकलौता ऐसा ग्रह है जो सबसे धीमी गति से चलता है। इसी कारण वह एक राशि में पूरे साढ़े सात साल तक रहते हैं। इस दशा को शनि की साढ़े साती कहते हैं। नए साल 2023 में शनि ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे हैं। जिसमें कई राशियों को शनि की साढ़े साती और ढैय्या से निजात मिलेगी। लेकिन कई राशियां ऐसी है जिन्हें लंबे समय तक शनि की साढ़े साती और ढैय्या का प्रकोप झेलना पड़ेगा। जानिए ऐसी ही तीन राशियों के बारे में जिन्हें साल 2025 में शनि की साढ़े साती और ढैय्या से निजात मिलेगी।
साल 2025 तक इन राशियों पर होगी शनि की साढ़े साती और ढैय्या
मकर राशिज्योतिष गणना के अनुसार, मकर राशि वालों की साढ़ेसाती 26 जनवरी 2017 को शुरू हुई थी। इसके साथ ही तीसरा चरण 12 जुलाई 2022 तक चलेगा। इसके बाद दोबारा 18 जनवरी 2023 को शनि की साढ़े साती शुरू हो जाएगी जो 29 मार्च 2025 को समाप्त होगी।
कुंभ राशिशनिदेव 24 जनवरी 2022 को शुरू हुई थी और इससे मुक्ति 3 जून 2027 को समाप्त होगी। लेकिन शनि की महादशा से कुंभ राशि वालों को 23 फरवरी 2028 को शनि के मार्गी होने के बाद भी मिलेगा। शनि साढ़ेसाती का दूसरा चरण सबसे ज्यादा कष्टकारी माना जाता है। इस चरण में इस राशि के जातकों को मानसिक, शारीरिक और आर्थिक कष्टों का सामना करना पड़ता है
मीन राशि29 अप्रैल 2022 को शनि के कुंभ राशि में जाने से मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो गई थी। शनि 29 मार्च 2025 को कुंभ राशि में जाएगा तब थोड़ी राहत मिलेगी। हालांकि की शनि की साढ़े साती और ढैय्या से छुटकारा 17 अप्रैल 2030 को मिलेगा।डिसक्लेमरइस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।