Shani Sade Sati: साढ़े साती के बुरे प्रभाव से बचाव के लिए करें ये उपाय, प्राप्त होगा शनि देव का आशीर्वाद
शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है। अच्छे कर्म करने वाले को शुभ फल देते हैं। वहीं बुरे कर्म करने वाले को दंड देते हैं। ज्योतिषियों की मानें तो शनि देव की कुदृष्टि पड़ने या कुंडली में साढ़े साती चलने से जातक को जीवन में ढ़ेर सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। साथ ही आर्थिक संकटों से भी गुजरना पड़ता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Shani Sade Sati: सनातन धर्म में शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित होता है। शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है। अच्छे कर्म करने वाले को शुभ फल देते हैं। वहीं, बुरे कर्म करने वाले को दंड देते हैं। ज्योतिषियों की मानें तो शनि देव की कुदृष्टि पड़ने या कुंडली में साढ़े साती चलने से जातक को जीवन में ढ़ेर सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। साथ ही आर्थिक संकटों से भी गुजरना पड़ता है। वर्तमान समय में मकर, कुंभ और मीन राशि के जातकों पर साढ़े साती चल रही है। अगर आप भी साढ़े साती से पीड़ित हैं, तो साढ़े साती के बुरे प्रभाव से बचाव के लिए ये उपाय जरूर करें। इन उपायों को करने से शनि देव की कृपा बरसती है। आइए जानते हैं-
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उपाय
- ज्योतिषियों की मानें तो शनि देव की कुदृष्टि से बचाव के लिए शिव जी की पूजा करनी चाहिए। इसके लिए हर सोमवार और शनिवार को स्नान-ध्यान के बाद विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करें। इस समय जल में काले तिल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें। इस उपाय को करने से साढ़े साती के बुरे प्रभाव से मुक्ति मिलती है। साथ ही शनि देव प्रसन्न होते हैं।
- साढ़े साती के बुरे प्रभाव से बचाव के लिए हर शनिवार के दिन स्नान-ध्यान के बाद पीपल की जड़ में जल का अर्घ्य दें। इस समय दीप जलाकर शनि देव की पूजा करें। साथ ही 3 बार पीपल पेड़ की परिक्रमा करें।
- धार्मिक मत है कि शनिवार के दिन दान-पुण्य करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं। अगर आप शनि देव की कृपा पाना चाहते हैं, तो शनिवार के दिन आर्थिक स्थिति के अनुसार दान करें। आप जरूरतमंदों को गर्म कपड़े, अनाज हेतु धन या अनाज का दान कर सकते हैं।
- शनिवार के दिन शनि मंदिर जाकर आर्थिक स्थिति के अनुरूप तिल और साबुत उड़द का दान करें। आप चाहे तो पूजा-पाठ के पश्चात जरूरतमंदों के मध्य खिचड़ी वितरित करें। आसान शब्दों में कहें तो गरीबों को खिचड़ी का भोजन कराएं।
- साढ़े साती के बुरे प्रभाव से बचने के लिए हर मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमान चालीसा के पाठ से व्यक्ति को सभी संकटों से निजात मिलती है।
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