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Shani Ulti Chal 2024: शुरू हो रही है शनि की उल्टी चाल, इन राशियों के जीवन पर पड़ेगा गहरा असर

शनि देव 30 जून 2024 को मध्य रात्रि 12 बजकर 35 मिनट पर अपनी राशि कुंभ में उल्टी चाल चलेंगे जिसका असर कुछ राशियों के जीवन पर भी देखने को मिल सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि भगवान शनि 139 दिनों तक वक्री रहेंगे तो आइए किन 3 राशियों पर इसका गहरा प्रभाव पड़ेगा उसके बारे में जानते हैं ?

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Published: Mon, 24 Jun 2024 01:01 PM (IST)Updated: Mon, 24 Jun 2024 01:36 PM (IST)
Shani Ulti Chal: शनि की उल्टी चाल 2024 -

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। कर्मफलदाता शनि देव की पूजा बेहद शुभ मानी जाती है। ऐसी मान्यता है कि उनकी पूजा करने से जीवन में खुशहाली आती है। इसके साथ ही कुंडली से अशुभ ग्रहों का प्रभाव समाप्त होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भगवान शनि 30 जून को मध्य रात्रि 12 बजकर 35 मिनट पर अपनी प्रिय राशि कुंभ में उल्टी चाल (Shani Ulti Chal 2024) शुरू करने जा रहे हैं, जिसका प्रभाव कुछ राशियों के जीवन पर काफी ज्यादा पड़ेगा। ऐसा कहा जा रहा है कि शनि देव 139 दिनों तक वक्री रहेंगे, तो चलिए किन 3 राशियों पर इसका गहरा असर पड़ेगा उसके बारे में जानते हैं ?

वृषभ राशि

शनि की उल्टी चाल का असर वृषभ राशि के कार्यक्षेत्र पर नजर आएगा। ऐसा कहा जा रहा है कि इनका अपने वरिष्ठ अधिकारियों से विवाद हो सकता है, जिसका गहरा असर इनके ऊपर पड़ सकता है। ऐसे में विवाद करने से बचें। साथ ही लगन के साथ संभलकर काम करें।

कर्क राशि

शनि देव की उल्टी चाल का असर कर्क राशि पर भी पड़ेगा। ऐसा कहा जा रहा है कि 139 दिनों तक इन राशि के जातकों को वाहन का उपयोग सावधानी से करना होगा। ऐसे में लापरवाही से बचें। इसके साथ ही भगवान शनि की पूजा भाव के साथ करें।

सिंह राशि

छाया पुत्र के वक्री होने का थोड़ा असर सिंह राशि के ऊपर भी देखने को मिलेगा। ऐसा कहा जा रहा है कि इन राशि के लोगों को कार्यक्षेत्र के साथ वैवाहिक जीवन पर भी ध्यान देना होगा, क्योंकि यह समय इनके लिए काफी भारी हो सकता है। अगर आप शनि देव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो गरीबों की मदद करें और पीपल के वृक्ष के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।


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